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Russia Ukraine News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिया कि अगर समझदारी और संतुलन से कदम उठाए जाएं तो यूक्रेन में चल रही जंग को बातचीत के जरिए खत्म करने का मौका अभी भी मौजूद है। हालांकि उन्होंने यह भी साफ चेतावनी दी कि जरूरत पड़ने पर मॉस्को ताकत के दम पर इस युद्ध को समाप्त करेगा।
बीजिंग में चीन के साथ नई गैस पाइपलाइन समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद पुतिन ने कहा कि उन्हें इस पूरे संकट में अब “सुरंग के अंत में एक रोशनी” दिखाई दे रही है।
राष्ट्रपति पुतिन ने पत्रकारों से कहा कि उनकी राय में अगर सभी पक्ष समझदारी से काम लें, तो इस संघर्ष को खत्म करने के लिए एक ऐसा समाधान खोजा जा सकता है, जिस पर सहमति बनाई जा सके। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ, तो फिर सामने खड़ी चुनौतियों का हल हमें हथियारों के बल पर ही ढूंढ़ना पड़ेगा।
पुतिन ने बातचीत का रुख नरम दिखाने के बावजूद अपनी पुरानी शर्तों में कोई ढील नहीं दी। इनमें यूक्रेन का NATO में शामिल होने का इरादा छोड़ना और रूसी भाषी लोगों के साथ हो रहे कथित भेदभाव को खत्म करना शामिल है।
उन्होंने यह भी कहा कि वह यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मिलने को तैयार हैं, लेकिन केवल उस स्थिति में जब वार्ता पूरी तरह से तैयार हो और ठोस नतीजे सामने ला सके। दूसरी ओर, कीव ने मॉस्को को बैठक स्थल के तौर पर नकार दिया और यूक्रेन के विदेश मंत्री ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार्य करार दिया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने वॉशिंगटन और यूरोपीय देशों से अपील की है कि वे रूस पर और सख्त प्रतिबंध लगाएँ। उन्होंने पुतिन के साथ सीधी बातचीत की ज़रूरत पर भी जोर दिया है। इसी बीच, खुद को शांति का मध्यस्थ मानने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने नेताओं के बीच बैठक कराने की कोशिश की है और चेतावनी दी है कि अगर बातचीत नाकाम रही तो रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।
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वहीं, पुतिन ने कहा है कि वह युद्ध को “शांतिपूर्ण तरीके” से खत्म करना चाहते हैं, लेकिन रूस अपने दावों से पीछे नहीं हटेगा। इन दावों में वे चार यूक्रेनी इलाके भी शामिल हैं जिन पर रूस ने कब्ज़ा कर रखा है। दूसरी ओर, कीव और पश्चिमी देशों का कहना है कि यह कब्ज़ा पूरी तरह अवैध है और वे इसे मान्यता नहीं देंगे।