सदन की कार्रवाई पर बोलते हुए पप्पू यादव ने चुनाव आयोग (EC) पर निशाना साधते हुए कहा कि यह संस्था अब ‘बिल्कुल वर्कर’ बन गई है और इसने गलत तरीके से ‘चोरी’ करके मतदाता सूचियों से नाम काटे हैं। उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया कि आयोग ने पहले से मन बना लिया था और 69 लाख लोगों का नाम काट दिया गया है। यादव ने सवाल उठाया कि यह कार्रवाई केवल गरीब, दलित, मजदूर और प्रवासी मजदूरों के साथ ही क्यों की गई, जबकि अमीर और उच्च जाति वर्ग के लोगों के नाम नहीं काटे गए। उन्होंने कहा कि यह काम बहुत जल्दबाजी में किया गया और बीएलओ ने न तो गांव का दौरा किया और न ही कोई फॉर्म-6 लिया। यादव ने इस पूरी प्रक्रिया को संविधान की धारा का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह लोगों को वोट के अधिकार से वंचित कर दिया गया है। उनका कहना है कि चुनाव आयोग देश के हित में नहीं, बल्कि ‘एक पार्टी के लिए काम’ कर रहा है।
सदन की कार्रवाई पर बोलते हुए पप्पू यादव ने चुनाव आयोग (EC) पर निशाना साधते हुए कहा कि यह संस्था अब ‘बिल्कुल वर्कर’ बन गई है और इसने गलत तरीके से ‘चोरी’ करके मतदाता सूचियों से नाम काटे हैं। उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया कि आयोग ने पहले से मन बना लिया था और 69 लाख लोगों का नाम काट दिया गया है। यादव ने सवाल उठाया कि यह कार्रवाई केवल गरीब, दलित, मजदूर और प्रवासी मजदूरों के साथ ही क्यों की गई, जबकि अमीर और उच्च जाति वर्ग के लोगों के नाम नहीं काटे गए। उन्होंने कहा कि यह काम बहुत जल्दबाजी में किया गया और बीएलओ ने न तो गांव का दौरा किया और न ही कोई फॉर्म-6 लिया। यादव ने इस पूरी प्रक्रिया को संविधान की धारा का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह लोगों को वोट के अधिकार से वंचित कर दिया गया है। उनका कहना है कि चुनाव आयोग देश के हित में नहीं, बल्कि ‘एक पार्टी के लिए काम’ कर रहा है।






