दामिनी मार्शल (pic credit; social media)
Maharashtra News: पुणे से एक ऐसी संवेदनशील घटना सामने आई है जिसने यह साबित कर दिया कि मानवता और समय पर की गई मदद से किसी का जीवन बचाया जा सकता है। सोमवार (18 अगस्त) की सुबह लगभग 10 बजे शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन की दामिनी मार्शल शिपाई हिंगे को एक फोन कॉल आया।
कॉल करने वाली एक दसवी कक्षा की छात्रा थी, जो अपनी स्कूल में हमेशा टॉप करती थी। लेकिन घर में चल रहे मतभेद और माता-पिता के बीच तलाक की प्रक्रिया ने उसे गहरे तनाव में डाल दिया था।
फोन पर छात्रा ने हताश स्वर में कहा – “मुझे बहुत टेंशन है, मैं घर छोड़कर जा रही हूं, अब मुझे जीना नहीं है।” यह सुनकर मार्शल हिंगे ने तुरंत मामले की गंभीरता को समझा और सक्रिय हो गईं। वे सीधे उस छात्रा से मिलने पहुंचीं। बातचीत में उन्होंने छात्रा को भरोसा दिलाया कि उसकी समस्या का समाधान जरूर निकलेगा।
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इसके बाद मार्शल हिंगे ने छात्रा की स्कूल जाकर उसके प्राचार्य से बातचीत की और फिर उसके माता-पिता को बुलाया। वहां उन्होंने दोनों को समझाया कि उनकी बेटी ही उनका भविष्य है और उसे एक सुरक्षित व खुशहाल माहौल की जरूरत है। हिंगे ने कहा कि एक मासूम बच्ची अपने माता-पिता के झगड़े और टूटते रिश्ते के बोझ को नहीं उठा सकती।
इस भावुक बातचीत का असर तुरंत हुआ। छात्रा के माता-पिता ने आपसी मतभेद खत्म करने का फैसला किया और तलाक की अर्जी वापस लेने की घोषणा की। उन्होंने फिर से साथ रहने का निर्णय लिया ताकि बेटी को एक सुरक्षित और स्नेहपूर्ण माहौल मिल सके। यह सुनकर छात्रा के चेहरे पर लंबे समय बाद मुस्कान लौट आई।
इस घटना से यह साबित हुआ कि समय पर की गई छोटी-सी कोशिश भी किसी का जीवन बचाने और टूटते परिवार को जोड़ने में बड़ी भूमिका निभा सकती है। छात्रा, उसके माता-पिता और स्कूल प्रशासन ने दामिनी मार्शल हिंगे तथा पुणे पुलिस का तहेदिल से आभार व्यक्त किया।