दिल्ली विधानसभा के सभी 70 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 5 फरवरी 2025 को चुनाव होने जा रहा है। इसके परिणाम 8 फरवरी 2025 को घोषित किए जाएंगे। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली एक केन्द्रशासित राज्य है, जहां पर एक सदनीय विधायिका है। दिल्ली विधानसभा दिल्ली सरकार की विधायी शाखा है। वर्तमान में दिल्ली विधानसभा में 70 सदस्य चुने जाते हैं, जो सीधे 70 निर्वाचन क्षेत्रों में होने वाले मतदान से चुने जाते हैं। विधानसभा का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। हालांकि संविधान के प्राविधानों के तहत विशेष परिस्थितियों में इसे पहले भंग किया जा सकता है। पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2020 में हुआ था। चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी ने राज्य में अपनी सरकार बनाई, जिसमें अरविंद केजरीवाल लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री बने थे। 7वीं दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 15 फरवरी 2025 को समाप्त होने वाला है। उसके पहले विधानसभा चुनाव संपन्न हो जाना चाहिए।
May 27, 2025 | 07:48 PM
Apr 07, 2025 | 08:14 AM
Feb 24, 2025 | 07:00 AM
Feb 23, 2025 | 06:15 PM
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Feb 05, 2025 | 01:35 PM
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Feb 03, 2025 | 05:09 PM
NDA गठबंधन ने 202 सीटों पर जीत हासिल की है।
BJP ने 89 सीटें जीतीं और JD(U) ने 85 सीटों पर जीत हासिल की है।
RJD ने कुल वोटों में लगभग 23% का वोट शेयर हासिल किया, जो BJP और JD(U) से ज्यादा है।
इस चुनाव में लगभग 67.13% वोटिंग हुई, जो बिहार में एक रिकॉर्ड स्तर की भागीदारी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, JD(U) की महिला केंद्रित कल्याण योजनाओं (जिनमें ₹10,000 की स्कीम भी है) ने NDA को चुनाव में मजबूती दी।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में कुल 7.43 करोड़ मतदाता है। इनमें, महिला वोटरों की संख्या 3.50 करोड़ है, जबकि पुरुष वोटरों की संख्या 3.92 करोड़ है।
Mahagathbandhan महज 35 सीटों पर सिमट गई है। पिछले चुनावों के मुकाबले इस बार 75 सीटों का नुकसान हुआ है।
Jan Suraaj Party (प्रशांत किशोर की पार्टी) इस चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई।
1. पहली बार वोट कर रहे वोटर्स का मजबूत समर्थन 2. वोटिंग से पहले कैश ट्रांसफर का सीधा असर। 75 लाख महिलाओं के खातों में सीधे 10-10 हजार रुपये भेजे गए। 3. शराबबंदी पर जनता की मुहर। 4. ‘ब्रांड नीतीश’ पर वोटरों का भरोसा