(प्रतीकात्मक तस्वीर)
नागपुर: पढ़ाई के बोझ के चलते पालकों की अपेक्षाएं पूरी नहीं कर पाने के कारण नीट की तैयारी कर रहे छात्र-छात्रा द्वारा आत्महत्या किए जाने की दर्दनाक घटनाएं नागपुर में सामने आई हैं। अंबाझरी थाना क्षेत्र में 16 वर्षीय छात्र ने अपनी कोचिंग के हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं एमआईडीसी थाना क्षेत्र में एक छात्रा द्वारा फांसी लगाए जाने का मामला सामने आया। बताया जाता है कि दोनों पढ़ाई को लेकर तनाव में थे। इस घटना से अन्य छात्र विचलित हो गए हैं और माता-पिता गहरे सदमे में हैं।
पहली घटना अंबाझरी थानांतर्गत गोकुलपेठ कैनल रोड पर स्थित फिजिक्सवाला विद्यापीठ कोचिंग सेंटर के हॉस्टल में हुई। मृतक ख्वाहिश देवराम नागरे बताया गया। वह मूलत: मध्य प्रदेश के बालाघाट का रहने वाला था। फिजिक्सवाला कोचिंग में नीट की तैयारी करने आया था और संस्थान के ही हॉस्टल में रहता था।
सोमवार की दोपहर ख्वाहिश ने अपने सहपाठियों के साथ भोजन किया और कमरे में चला गया। काफी देर तक वह रूम से बाहर नहीं आया। आवाज लगाने पर भी कोई उत्तर नहीं मिला तो दोस्त परेशान हो गए। सभी ने मिलकर रूम का दरवाजा तोड़ा और भीतर ख्वाहिश फंदे पर लटका दिखाई दिया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। अंबाझरी पुलिस मौके पर पहुंची। पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पुलिस को उसके पास एक सुसाइड नोट मिला जिसमें उसने अपने माता-पिता से माफी मांगते हुए ‘माफ करना आई-बाबा, अब मुझसे नहीं हो पाएगा। डेढ़ हफ्ते से ऐसा लग रहा था, मैं नहीं कर पाऊंगा सॉरी, हर चीज समय पर देने के लिए धन्यवाद। मुझे आपसे बहुत प्यार है लेकिन बस अब मुझसे नहीं होगा, बाय।’ उसकी चिट्ठी पढ़कर छात्र स्तब्ध रह गए।
बताया जाता है कि ख्वाहिश पढ़ाई के कारण 4 दिनों से तनाव में था। कक्षा में पढ़ाया गया उसे समझ नहीं आता था। उसने यह बात अपने दोस्तों को बताई थी। उसने अपने माता-पिता को भी इसकी जानकारी दी थी और शिक्षक से परामर्श भी लिया था। सभी ने उसे ज्यादा टेंशन न लेने की हिदायत दी थी। पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है।
दूसरी घटना एमआईडीसी थानांतर्गत वानाडोंगरी परिसर में हुई। मृतका मंगलमूर्ति कॉलोनी निवासी वैदेही अनिल उइके (17) बताई गई। वैदेही भी नीट की तैयारी में जुटी थी। उसके पिता अनिल नागपुर पुलिस में कार्यरत हैं और मां गृहिणी है। बड़ी बहन एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है।
वैदेही ने इसके पहले भी नीट की परीक्षा दी थी लेकिन स्कोर कम आने के कारण वह दोबारा तैयारी कर रही थी और एलन कोचिंग सेंटर में पढ़ती थी। उसे भी पढ़ाई का तनाव था। रोज की तरह सोमवार को वह कोचिंग सेंटर गई। शाम 7 बजे के दौरान घर लौटी। तब माता-पिता किसी काम से बाहर गए थे।
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कुछ देर बाद माता-पिता लौटे तो वैदेही की तबीयत ठीक नहीं लग रही थी। उसे उपचार के लिए मेघे अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर ने जांच कर बताया कि उसकी तबीयत मानसिक तनाव के कारण बिगड़ रही है। रात 11 बजे के दौरान कुछ दवाएं लेकर माता-पिता उसे घर ले आए।
वैदेही ने मां को बताया कि वह कपड़े बदलने के लिए रूम में जा रही है। काफी देर तक वह बाहर नहीं आई तो माता-पिता ने आवाज लगाई। प्रतिसाद नहीं मिला तो परिजनों ने किरायेदारों को मदद के लिए बुलाया। रूम का दरवाजा तोड़ा गया तो वैदेही पंखे से बंधी साड़ी के फंदे पर लटकी दिखाई दी। उसे नीचे उतारा जाता इसके पहले ही मृत्यु हो चुकी थी।
घटना की जानकारी मिलते ही एमआईडीसी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच आरंभ की है।