MIDC के 502 प्लॉट में उद्योग की प्रतीक्षा। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
वर्धा: जिले में वर्धा, देवली, हिंगनघाट, समुद्रपुर, कारंजा, बोरगांव (मेघे) इन 6 जगह एमआईडीसी क्षेत्र हैं जहां 513.37 हेक्टेयर क्षेत्र में 848 प्लॉट उद्योगों के लिए उपलब्ध किए गए हैं किंतु, विविध कारणों से अभी भी प्लॉट पर उद्योग शुरू नहीं हुए हैं। जिले की 6 एमआईडीसी में 502 प्लॉट पर उद्योग की प्रतीक्षा कायम है। ऐसे में करीब 40 प्रतिशत ही प्लॉट पर उद्योग शुरू होने से रोजगार का प्रमाण भी अल्प है।
आजादी के बाद भी वर्धा जिला औद्योगिक विकास के मामले में पिछड़ा माना जाता है। जिले में 6 जगह महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) क्षेत्र होने के बावजूद वहां उद्योगों का अभाव दिखाई देता है जिससे रोजगार उपलब्धि का उद्देश्य भी शत-प्रतिशत पूर्ण नहीं हो पा रहा है। वर्धा एमआईडीसी में 226.93 हेक्टेयर क्षेत्र में 601 प्लॉट हैं जिसमें से 258 जगह उद्योग शुरू हैं। देवली एमआईडीसी 257.33 हेक्टेयर क्षेत्र में 108 प्लॉट हैं जिसमें से 42 जगह उद्योग शुरू हैं।
हिंगनघाट के 7.49 हेक्टेयर एमआईडीसी क्षेत्र में 47 प्लॉट हैं जिसमें से 28 जगह उद्योग शुरू हैं। समुद्रपुर एमआईडीसी में 11.46 हेक्टेयर क्षेत्र में 34 प्लॉट हैं जिसमें से 10 प्लॉट पर उद्योग शुरू हैं। कारंजा एमआईडीसी 7.65 हेक्टेयर क्षेत्र में 55 प्लॉट हैं जिसमें से 8 जगह उद्योग शुरू हैं। बोरगांव एमआईडीसी में 2.51 हेक्टेयर क्षेत्र में 3 प्लॉट हैं जिसमें से एक भी जगह उद्योग शुरू नहीं है।
कुल मिलाकर जिले की 6 एमआईडीसी में 848 प्लॉट हैं जिसमें से 346 प्लॉट पर उद्योग कार्यरत होने से 502 प्लॉट को उद्योग की प्रतीक्षा कायम है जिसमें से 84 प्लॉट वितरण के लिए उपलब्ध हैं। 123 प्लॉट पर उद्योग बंद पड़े हैं। 165 प्लॉट पर निर्माण कार्य शुरू है। 132 प्लॉट प्रदान करने के बावजूद विकास नहीं हुआ है।
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अधिकांश मामलों में एमआईडीसी ने उद्योग के लिए प्लॉट उपलब्ध किए लेकिन निरंतर सूचना के बावजूद भी उद्योग शुरू नहीं हो सके। ऐसे प्लॉट प्रतिवर्ष जब्त किए जा रहे हैं। वर्धा जिले में 2023-24 में करीब 2 प्लॉट जब्त किए गए, ऐसी जानकारी एमआईडीसी से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
मनोहर पोटे, क्षेत्रीय प्रबंधक, एमआईडीसी नागपुर ने बताया कि एमआईडीसी में उद्योगों के लिए जरूरी सभी सुविधाएं उपलब्ध की जा रही हैं जिससे नए व पुराने उद्यमी प्लॉट लेकर अपना उद्योग शुरू करें और क्षेत्र के विकास के लिए अपना योगदान दें। आवेदन की प्रक्रिया निरंतर रूप से चलाई जा रही है।