रेत परिवहन कर रहे टिप्पर चालक ने ली 2 मासूमों की जान (सौजन्यः सोशल मीडिया)
बुलढाणा: मध्यप्रदेश की सीमा से लगे महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के जलगांव जामोद तहसील में रेत माफिया का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार, 9 मई को एक बार फिर इस अवैध धंधे की कीमत 2 मासूम बच्चों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। हादसे में 2 वृद्ध भी गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद भेंडवळ के पास माऊली फाटे पर ग्रामीणों और युवाओं का आक्रोश फूट पड़ा।
ग्रामीणों ने दुर्घटना का कारण बने टिप्पर को मौके पर ही आग के हवाले कर दिया। धुएं और आग की भयावह लपटों के कारण इलाके में अफरा-तफरी और तनाव का माहौल बन गया। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस ने इलाके में भारी बंदोबस्त तैनात कर दिया है और आसपास के थानों से अतिरिक्त बल बुलाया गया है। खामगांव और जलगांव जामोद नगरपालिका के अग्निशमन दल भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।
शुक्रवार सुबह, जलगांव जामोद तहसील के पलशी सुपो गांव निवासी प्रकाश महादेव खेडकर और उनकी पत्नी साधना खेडकर अपने 2 नातियों के साथ मोटरसाइकिल पर यात्रा कर रहे थे। माऊली फाटे के पास पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार टिप्पर ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। इस दर्दनाक दुर्घटना में पार्थ चोपड़े (6 वर्ष, राजापेठ, अमरावती) और युवराज मोहन भागवत (5 वर्ष, बडनेरा) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके दादा-दादी गंभीर रूप से घायल हो गए।
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दुर्घटना के बाद गुस्साए ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गए और टिप्पर को आग लगा दी। आग और धुएं की लपटों से पूरे इलाके में दहशत फैल गई। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। भीड़ की आक्रामकता के चलते स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, जिसे संभालने के लिए खामगांव के पुलिस उपविभागीय अधिकारी प्रदीप पाटील और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रेणिक लोढ़ा ने खुद मौके पर पहुंचकर हालात काबू में किए। पुलिस अधिकारी प्रदीप पाटील ने कहा कि “परिस्थिति अब नियंत्रण में है और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है।”
इस क्षेत्र में लंबे समय से रेत माफिया की बेलगाम गतिविधियाँ चल रही हैं। ट्रैक्टर, टिप्पर और अन्य भारी वाहन बेधड़क रफ्तार से रेत की अवैध ढुलाई कर रहे हैं, जिससे आम नागरिकों की जान को खतरा बना हुआ है। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि न तो राजस्व विभाग और न ही पुलिस प्रशासन इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान दे रहा है। अब आमजन ने मांग की है कि ऐसे खतरनाक वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाए।