Congress की एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए जाने पर गहरा बवाल खड़ा हो गया है। आलोचकों का कहना है कि कुछ विपक्षी लोगों द्वारा प्रधानमंत्री को जान से मारने तक के लिए कहने पर भारी अफसोस है, क्योंकि आदरणीय नरेंद्र मोदी जी 40 करोड़ भारतवासियों के विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री हैं। सिर्फ घटना की निंदा करने से काम नहीं चलेगा। यह मांग की गई है कि अगर कांग्रेस पार्टी में इंसानियत, देश और समाज के प्रति सम्मान की भावना है, तो कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को बिना किसी विलंब के देश से और पार्लियामेंट के फ्लोर से तुरंत माफी मांगनी चाहिए। तभी यह माना जाएगा कि पार्टी ने गलती स्वीकार की है।
हालांकि, एक जवाबी तर्क यह भी दिया गया है कि क्या देश में केवल राहुल गांधी के खिलाफ ही नारे लगाना लोकतांत्रिक है। यह कहा गया कि यह जनता का अधिकार है और रैली में जनता आई थी, यदि उन्होंने किसी के खिलाफ कोई नारा लगाया हो,। रैली को अभूतपूर्व उत्साहवाला बताया गया और दावा किया गया कि यह जोश गांव-गांव में पहुंचकर केंद्र की अहंकारी सत्ता को बहाकर ले जाएगा, और एक लोकतांत्रिक क्रांति आएगी। मंच से कांग्रेस नेताओं ने केवल सत्य के संकल्प पर आगे बढ़ने की बात कही है।
Congress की एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए जाने पर गहरा बवाल खड़ा हो गया है। आलोचकों का कहना है कि कुछ विपक्षी लोगों द्वारा प्रधानमंत्री को जान से मारने तक के लिए कहने पर भारी अफसोस है, क्योंकि आदरणीय नरेंद्र मोदी जी 40 करोड़ भारतवासियों के विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री हैं। सिर्फ घटना की निंदा करने से काम नहीं चलेगा। यह मांग की गई है कि अगर कांग्रेस पार्टी में इंसानियत, देश और समाज के प्रति सम्मान की भावना है, तो कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को बिना किसी विलंब के देश से और पार्लियामेंट के फ्लोर से तुरंत माफी मांगनी चाहिए। तभी यह माना जाएगा कि पार्टी ने गलती स्वीकार की है।
हालांकि, एक जवाबी तर्क यह भी दिया गया है कि क्या देश में केवल राहुल गांधी के खिलाफ ही नारे लगाना लोकतांत्रिक है। यह कहा गया कि यह जनता का अधिकार है और रैली में जनता आई थी, यदि उन्होंने किसी के खिलाफ कोई नारा लगाया हो,। रैली को अभूतपूर्व उत्साहवाला बताया गया और दावा किया गया कि यह जोश गांव-गांव में पहुंचकर केंद्र की अहंकारी सत्ता को बहाकर ले जाएगा, और एक लोकतांत्रिक क्रांति आएगी। मंच से कांग्रेस नेताओं ने केवल सत्य के संकल्प पर आगे बढ़ने की बात कही है।






