
अंबरनाथ नगर परिषद में फर्जी मतदान को लेकर बवाल (सोर्स: सोशल मीडिया)
Ambernath Nagar Parishad Voting: महाराष्ट्र के 23 स्थानीय निकायों और 143 रिक्त सीटों के लिए शनिवार सुबह 7:30 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विशेष रूप से अंबरनाथ नगर परिषद में सत्तारूढ़ महायुति के घटक दलों के बीच ही आपसी टकराव और फर्जी मतदान के गंभीर आरोपों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
मतदान का समय और मतगणना की तैयारी महाराष्ट्र की 23 नगर परिषदों और नगर पंचायतों में अध्यक्ष और सदस्यों के महत्वपूर्ण पदों के लिए शनिवार को वोट डाले जा रहे हैं। इसके साथ ही, विभिन्न निकायों में खाली पड़े 143 सदस्य पदों के लिए भी उपचुनाव की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है।
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, मतदान सुबह 7:30 बजे से शुरू होकर शाम 5:30 बजे तक चलेगा। इन सभी सीटों पर डाले गए मतों की गिनती 21 दिसंबर को सुबह 10 बजे से शुरू की जाएगी, जिसके बाद ही जीत-हार की तस्वीर साफ होगी।
ठाणे जिले की अंबरनाथ नगर परिषद में मतदान के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, क्योंकि यहाँ चुनाव से पहले ही माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। चुनाव से ठीक पहले भाजपा उम्मीदवार के कार्यालय पर हुई गोलीबारी की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। हालांकि, पुलिस नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में मतदान प्रक्रिया सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है। इस चुनाव की खास बात यह है कि अंबरनाथ में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ सहयोगी दल भाजपा और शिवसेना के बीच ही सीधा देखा जा रहा है।
अंबरनाथ में चुनाव के दौरान आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर काफी तेज रहा। भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने सनसनीखेज आरोप लगाया है कि शिवसेना ने 200 से अधिक बाहरी महिलाओं को एक स्थानीय बारात घर में फर्जी मतदान कराने के उद्देश्य से ठहराया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में बारात घर के भीतर 208 ऐसी महिलाएं मिली हैं, जो अंबरनाथ की निवासी नहीं हैं। पुलिस और निर्वाचन विभाग फिलहाल उनके पहचान पत्रों और अन्य दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रहे हैं। इसके अलावा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर मतदाताओं को पैसे बांटने का आरोप लगाया है, जबकि शिवसेना ने ईवीएम (EVM) में छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई है।
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इससे पहले 2 दिसंबर को पहले चरण के तहत 263 निकायों के लिए मतदान हुआ था, जहाँ कई उम्मीदवार निर्विरोध भी चुने गए हैं। वर्तमान चुनाव में भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की राकांपा कई सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ ही चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। भाजपा नीत ‘महायुति’ के घटक दलों के बीच इस ‘मैत्रीपूर्ण मुकाबले’ और विपक्षी ‘महा विकास आघाडी’ की सक्रियता ने इस चुनावी लड़ाई को बहुआयामी बना दिया है। अधिकांश पुलिस बल चुनावी सुरक्षा में तैनात होने के कारण कई शिकायतों पर विस्तृत कार्रवाई की प्रतीक्षा है।






