
घर में खड़ी कार का कटा टोल टैक्स। फोटो-प्रतीकात्मक, एआई
FASTag Incorrect Deduction: घर और पार्किंग में खड़ी कार के टोल टैक्स कटने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। राजस्थान के कोटा में वकील संजय पाटोदी और जयपुर के दौलतपुरा टोल प्लाजा पर बिना हाईवे पार किए कार के फास्टैग से 55 रुपये टोल काटने का मामला सामने आने के बाद अब पंजाब से ऐसा मामला आया है। 41 साल के गुरप्रीत सिंह ने बताया कि टोल की डिटेल्स किरांज की है, जो उनके घर से 350 किलोमीटर दूर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लुधियाना के व्यापारी गुरप्रीत सिंह ने अपनी कार को घर के पास खड़ी करके घर के अंदर चले गए। कुछ देर बाद उनके फास्टैग वाले बैंक अकाउंट से मैसेज आया कि किरांज टोल प्लाजा पर 150 रुपये का शुल्क लगा है। वह हैरान हो गए और तुरंत अपनी कार देखने बाहर आ गए।
उन्होंने NHAI हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर बताया कि उनकी कार घर के बाहर खड़ी है, उसके बाद भी फास्टैग वॉलेट अकाउंट से 150 रुपये काट लिए गए।
इसके बाद उन्होंने बैंक के कस्टमर केयर से संपर्क किया। उन्होंने जानकारी दी गई कि टेक्निकल प्रॉब्लम के कारण ऐसा हुआ है। जल्द उनके रुपये वापस करने का आश्वासन दिया।
सबसे पहले जिस बैंक का फास्टैग है, उसके कस्टमर केयर से संपर्क करें। इसके लिए ऐप या पोर्टल का सहारा लें और कंप्लेंट दर्ज करा सकते हैं। बैंक को जरूरी डिटेल्स जैसे-डिटक्शन, ट्रांजैक्शन नंबर शेयर करें। रिफंड क्लेम करने के बाद बैंक से करीब 2 सप्ताह का समय दिया जाता है। उसके बाद रकम वापस आ जाती है। वैसे, ओटीपी न दें, वे साइबर ठग हो सकते हैं।
गलत डिडक्शन की शिकायत कॉल के जरिए भी कर सकते हैं। आप 1033 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। कॉल पर डिडक्शन के संबंध में मांगी गई सारी जानकारी उपलब्ध कराएं। इसके बाद आपकी शिकायत की जांच आईएचएमसीएल करेगा और गलत डिडक्शन होने पर आपको रिफंड जारी कर दिया जाएगा। ऐसा होने पर टोल ऑपरेटर पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जाता है।
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falsededuction@ihmcl.com पर डिटेल्स मेल कर सकते हैं। इसमें अपने FASTag ID, गाड़ी के नंबर, गलत डिडक्शन से जुड़ी सारी जानकारी भेजनी होगी। फिर आपके रिफंड का प्रोसेस शुरू होगा।
जानकार बताते हैं कि जब किसी की गाड़ी का FASTag टोल प्लाजा पर ठीक से रीड नहीं कर पाता, उसके बाद टोल ऑपरेटर मैनुअल तरीके से गाड़ी की डिटेल्स सिस्टम में भरता है। इस डिटेल को भरने में हुई गलती से उन लोगों के टैग से पैसा कट जाता है, जिनका नंबर सिस्टम में गलत भरा होता है।






