मंत्री आशीष शेलार (pic credit; social media)
Case of Fake Maps in Mumbai: मुंबई उपनगर में विकास योजना आरक्षण की सीमाओं से जुड़े फर्जी नक्शों का मामला बड़ा विवाद बन गया है। कांदिवली, मालाड और बोरीवली इलाके में कई घरों, इमारतों और चालों पर नोटिस जारी की गई है। इस कार्रवाई के बाद स्थानीय नागरिकों में हड़कंप मच गया है।
स्थानीय विधायकों की शिकायत के बाद उपनगरों के पालक मंत्री आशीष शेलार ने फर्जीवाड़े पर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने भूमि अभिलेख विभाग की रिपोर्ट पर पुनर्विचार करने और नक्शों में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मनपा के आर उत्तर, आर दक्षिण और आर मध्य वार्ड में अब तक साढ़े नौ सौ से ज्यादा ढांचों, इमारतों और चालों को नोटिस जारी की जा चुकी है। इनमें से कई निर्माणों को अनधिकृत घोषित किया गया है, क्योंकि नक्शों में गलत तरीके से बदलाव किया गया था।
शनिवार को बोरीवली स्थित बीएमसी के आर मध्य विभाग कार्यालय में मंत्री शेलार ने स्थानीय विधायकों और निवासियों से बैठक की। इसमें पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी, विधायक योगेश सागर, मनीषा चौधरी, गणेश खांकर, बाला तावड़े और मनपा, राजस्व तथा भूमि अभिलेख विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में मंत्री शेलार ने साफ कहा कि एसआईटी जांच केवल सीमित शिकायतों के लिए है। इसे बहाना बनाकर आम नागरिकों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर स्कैनिंग के दौरान नक्शों में बदलाव हुआ है, तो सिर्फ ठेकेदार ही नहीं बल्कि उसे नियुक्त करने वाले अधिकारी की भी जांच होगी।
गौरतलब है कि इस पूरे मामले में पहले से ही एक समिति की रिपोर्ट आ चुकी है, जिसके बाद सरकार ने एसआईटी का गठन किया था। अब जांच और तेज़ होगी। शेलार ने आश्वासन दिया कि निर्दोष नागरिकों को राहत दी जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।