12वीं फेल होने के बाद छात्र ने उठाया आत्मघाती कदम (सौजन्यः सोशल मीडिया)
गोंदिया: सोमवार को बारवीं के परिणाम घोषित होने के बाद आमगाव तालुका के एक छात्र ने परीक्षा में असफल होने के कारण अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना बुधवार, 7 मई को आमगाव शहर के बजरंग चौक/दुर्गा चौक क्षेत्र में घटी। आत्महत्या करने वाले छात्र का नाम कृष्णा धर्म शिवनकर (18) है, जो आमगाव, गोंदिया का निवासी था।
परिवार के अनुसार, 7 मई को कृष्णा का जन्मदिन था, लेकिन उसने इस दिन फांसी लगाकर जान दे दी। इसके कारण शिवनकर परिवार में शोक की लहर फैल गई है। घटना की जानकारी मिलने पर परिवार ने आमगाव पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मृत शरीर को नीचे उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए ग्रामीण अस्पताल आमगाव भेज दिया। पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
गोंदिया जिले में कुल 1067 छात्र बारवीं की परीक्षा में असफल रहे थे, जिनमें से कृष्णा शिवनकर भी एक था। 5 मई को परिणाम आने के बाद कृष्णा मानसिक तनाव में था और परीक्षा के परिणाम के बाद वह बहुत परेशान था। आमगाव पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक तिरुपती राणे ने बताया कि कृष्णा ने परीक्षा में असफल होने के कारण आत्महत्या की। उन्होंने बताया कि परिवार ने पुलिस को बताया कि कृष्णा परिणाम के बाद मानसिक रूप से तनाव में था।
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इस घटना ने आमगाव तालुका में हलचल मचा दी है। यह घटना समाज को यह संदेश देती है कि परीक्षा का मानसिक दबाव कितना हानिकारक हो सकता है। समाज में यह चर्चा हो रही है कि यह घटना सिर्फ एक परिवार की दुखद घटना नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। यह जरूरी है कि परीक्षाओं के परिणाम को जीवन का अंत न समझें और विद्यार्थियों के मन में यह समझ पैदा करें कि परिणाम जीवन का अंतिम निर्णय नहीं होते।