विदेश मंत्री एस जयशंकर (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: भारत ने शुक्रवार को कहा कि पड़ोसी देशों पर उसकी पैनी नजर है। यह बात उसने म्यांमार की हालात पर कहा। म्यांमार के सैन्य शासन और विद्रोही बलों में लड़ाई तेज होने के बीच भारत ने कहा कि वह पड़ोसी देश में घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है।
भारत ने यह भी कहा कि वह देश में शांति और स्थिरता की वापसी के लिए म्यांमा के नेतृत्व वाली और म्यांमार के स्वामित्व वाली प्रक्रिया का समर्थन करता है। खबरों के मुताबिक, विद्रोही बलों ने कई सप्ताह तक चली भीषण लड़ाई के बाद रखाइन प्रांत के एन शहर में पश्चिमी कमान मुख्यालय पर कब्जा कर लिया।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि हम म्यांमा में घटनाक्रम पर बहुत बारीकी से नजर रख रहे हैं। हम समझते हैं कि लड़ाई तेज हो गई है और हम हालात पर बहुत बारीकी से नजर रख रहे हैं।
वाणिज्य दूतावास अब भी काम कर रहा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने अप्रैल में बंदरगाह शहर सित्तवे में भारतीय वाणिज्य दूतावास में सेवारत अधिकारियों को यांगून स्थानांतरित कर दिया था। सित्तवे रखाइन प्रांत की राजधानी है। एक सवाल के जवाब में जायसवाल ने कहा क स्थानांतरण हो जाने के बावजूद, सित्तवे में हमारा वाणिज्य दूतावास अब भी काम कर रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल
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प्रवक्ता जयसवाल ने कहा कि म्यांमा में हमारी कई विकासात्मक सहयोग परियोजनाएं भी हैं। जो आगे बढ़ रही हैं। ये सभी परियोजनाएं भारत की ओर से अनुदान-आधारित परियोजनाएं हैं। साथ ही इनका उद्देश्य म्यांमा के लोगों के हितों की सेवा करना है।