सीजफायर के बाद भी इजरायल पर हमला, फोटो (सो.सोशल मीडिया)
तेल अवीव: इजरायल ने बताया है कि मंगलवार को युद्धविराम लागू होने के ढाई घंटे बाद ईरान ने मिसाइल हमले किए। इन हमलों की वजह से उत्तरी इजरायल में अलर्ट सायरन बज उठे। यह घटना तब हुई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के युद्धविराम प्रस्ताव को इजरायल और ईरान ने मंजूरी दे दी थी। ईरान ने युद्धविराम प्रभावी होने के तीन घंटे से भी कम समय के भीतर मिसाइल दाग दी।
ईरान द्वारा मिसाइल हमलों के बाद, इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने सेना को मजबूत प्रतिक्रिया देने का आदेश दिया है। गैलेंट ने कहा कि ईरान ने युद्धविराम समझौते का पूरी तरह से उल्लंघन करते हुए संघर्ष रुकने के बाद मिसाइल दागे हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने इजरायली सेना को ईरानी अर्धसैनिक संगठनों और सरकारी संस्थानों को निशाना बनाकर हमले शुरू करने का निर्देश दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और ईरान के बीच चल रहे 12 दिनों के युद्ध को समाप्त करने के लिए युद्धविराम का प्रस्ताव रखा, जिसे दोनों देशों ने मान लिया। इस संघर्ष की शुरुआत तब हुई जब इजरायल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रमों को नष्ट करने के उद्देश्य से हमला किया और अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर आक्रमण किया। जवाब में ईरान ने इजरायल पर मिसाइल हमले किए थे।
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इजरायली मीडिया की पिछली रिपोर्टों के मुताबिक, इजरायल ने स्थानीय समय के अनुसार शाम 7 बजे तक युद्धविराम का परीक्षण करने का फैसला किया था। इस दौरान इजरायल ईरान के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा और लंबे समय तक युद्धविराम की घोषणा करने से पहले तेहरान की प्रतिक्रिया का आकलन करेगा।
वहीं, ईरान द्वारा मिसाइल हमलों के बाद इजरायल के वित्त मंत्री बेजालेल स्मोत्रिच ने आक्रामक बयान दिया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इजरायली सेना की जवाबी कार्रवाई से तेहरान थर्रा जाएगा। इससे पहले, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया था कि उनके देश ने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों के खतरे को बेअसर कर दिया है।