डोनाल्ड ट्रंप, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा को ‘सबसे घटिया देशों में से एक’ करार देते हुए उस पर व्यापारिक संबंधों को कठिन बनाने का आरोप लगाया। मंगलवार को दिए गए एक बयान में ट्रंप ने कहा कि कनाडा के साथ समझौता करना हमेशा मुश्किल रहा है, खासकर जब से दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ा है। यह तनाव उस समय बढ़ा जब अमेरिका ने कनाडा पर टैरिफ लगाए, जिसके जवाब में कनाडा ने भी जवाबी शुल्क लागू कर दिए। इसके चलते कनाडाई नागरिकों ने अमेरिकी उत्पादों के बहिष्कार की अपील भी की।
एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान, जब डोनाल्ड ट्रंप से पूछा गया कि वह कनाडा के प्रति अन्य बड़े देशों की तुलना में अधिक सख्त रुख क्यों अपनाते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, “मैं हर देश के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से बातचीत करता हूं। कनाडा सबसे घटिया देशों में से एक है।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका ने कनाडा को 51वां राज्य बनाया क्योंकि वह हर साल उसे 200 अरब डॉलर की सब्सिडी देता है। उन्होंने कनाडा के साथ अमेरिका के व्यापार घाटे के आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत किया, जबकि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के अनुसार, 2024 में यह घाटा 63.3 अरब डॉलर था।
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डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार कनाडा को अमेरिका का “51वां राज्य” कहकर संबोधित किया है और यहां तक कि कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को “गवर्नर ट्रूडो” कहा। अमेरिका की कनाडा से आयात निर्भरता पर टिप्पणी करते हुए ट्रंप ने कहा, “हमें उनकी लकड़ी की जरूरत नहीं है, न ही उनकी ऊर्जा की, और उनकी गाड़ियों की तो बिल्कुल भी नहीं।”
बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री मार्क कार्नी ने हाल ही में जस्टिन ट्रूडो की जगह लेते हुए डोनाल्ड ट्रंप का मुकाबला करने का संकल्प लिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे अमेरिका के साथ मजबूत साझेदारी पर बातचीत करेंगे, ताकि ट्रंप कनाडा की संप्रभुता पर की जाने वाली “अपमानजनक” टिप्पणियों को बंद करें।