मुंबई: मलयालम सिनेमा जगत में यौन उत्पीड़न के आरोपों को संबोधित करते हुए, ममूटी ने जोर देकर कहा कि यहां कोई शक्ति समूह मौजूद नहीं है और वो गहन जांच की वकालत करते हैं। ममूटी का नाम मलयालम सिनेमा जगत में बहुत बड़ा नाम है। उनकी टिप्पणियां मोहनलाल के बयान का समर्थन करती हैं। दोनों अभिनेता न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट की सिफारिशों का समर्थन करते हैं और उद्योग की निरंतर सफलता के लिए इन मुद्दों को हल करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए, उन्हें लागू करने के लिए उद्योग-व्यापी कार्रवाई का आग्रह करते हैं।
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के मेगास्टार ममूटी ने अपनी चुप्पी यौन उत्पीड़न मामले में तोड़ी है। वह खुलकर इस मामले पर अपनी राय रखते हुए नजर आए हैं। ममूटी का बयान मोहनलाल के बयान के तुरंत बाद आया है। दरअसल कुछ समय पहले अपने बयान में मोहनलाल ने भी मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में किसी भी पावर ग्रुप के होने से इनकार किया था और वही बात ममूटी भी कहते हुए नजर आ रहे हैं।
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‘उन्होंने कहा कि हाल ही में जो आरोप लगाए गए हैं, उन पर पुलिस की जांच प्रभावी ढंग से आगे बढ़ रही है और उम्मीद है कि पुलिस इसकी ईमानदारी से जांच करेगी। ममूटी ने अपील की कि अदालत को सजा तय करने दीजिए।
ममूटी ने फेसबुक पर एक लंबा नोट जारी किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि सिनेमा जगत हमारे ही समाज का आईना होता है। वह हेमा समिति रिपोर्ट आने के बाद यौन उत्पीड़न मामले की निष्पक्ष जांच के पक्ष में है। लेकिन सिनेमा जगत में पावर ग्रुप के एक्टिव होने की बात से ममूटी ने भी अपने नोट में इनकार किया है। आपको बता दे की मम्मूटी को मलयालम फिल्मों का मेगा स्टार कहा जाता है। वह आला दर्जे के अभिनेता होने के साथ-साथ फिल्म के सभी क्षेत्र में अपनी पकड़ रखते हैं। उन्हें मलयालम फिल्म जगत में सम्मानित नजरों से देखा जाता है।
ममूटी ने अपने बयान में यह भी कहा है कि वह हेमा समिति रिपोर्ट के पक्ष में है। यौन उत्पीड़न के आरोप में वह निष्पक्ष जांच के पक्ष में है। मोहनलाल के बाद अब ममूटी का बयान दर्शाता है कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में चल रही उथल-पुथल से फिल्म जगत से जुड़े लोग काफी प्रभावित हो रहे हैं।