एंबुलेंस के नीचे लेटक की जान देने की कोशिश (सौजन्यः सोशल मीडिया)
सोलापुर: महाराष्ट्र के सोलापुर ज़िले में शनिवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक चोरी के मामले में पकड़े गए आरोपी को छुड़ाने के लिए 6 महिलाओं ने पुलिस थाने में हंगामा किया। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला करने का प्रयास किया, गाली-गलौज की और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की। इस बीच आरोपी ने पुलिस थाने में ही ज़हर पी लिया और बाद में एंबुलेंस के नीचे लेटकर आत्महत्या करने की कोशिश की। मामला 2 बकरियों और उनके दो बच्चों की चोरी से जुड़ा है।
शिकायत मिलने के बाद जांच में पाया गया कि बकरियाँ एक व्यक्ति आनंद शिंदे द्वारा चुराई गई थीं और एक नजदीकी खेत क्षेत्र में छिपाई गई थीं। पुलिस ने बकरियाँ बरामद कर लीं और आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह फरार था।शनिवार दोपहर करीब 12:30 बजे, आनंद शिंदे स्वयं थाने पहुँचा, लेकिन उसके साथ उसकी पत्नी और पांच अन्य महिला रिश्तेदार भी थीं। इन महिलाओं ने थाने के परिसर में पहुंचते ही हंगामा करना शुरू कर दिया।
पुलिस के अनुसार, महिलाओं ने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों से बहस करते हुए शारीरिक हमला करने की कोशिश की। उन्होंने अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया, धक्का-मुक्की की और थाने में भारी हंगामा खड़ा कर दिया। इससे कुछ समय के लिए पुलिस थाने का वातावरण तनावपूर्ण हो गया।
हंगामे के बीच, आनंद शिंदे ने थाने के अंदर ही ज़हर पी लिया। जब पुलिस उसे सरकारी अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस में बैठाने लगी, तब उसने और उसकी पत्नी ने गाड़ी के सामने लेटकर जान देने का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों ने तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति पर नियंत्रण पाया और आरोपी को उपचार के लिए अस्पताल पहुँचाया।
थाने में तैनात पुलिसकर्मी आकाश पवार की शिकायत पर आनंद शिंदे और उसके साथ आई सभी महिलाओं अंजना शिंदे, प्रिया काले, संगीता पवार, सुनीता शिंदे, रानी शिंदे और कीर्ति काले के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इन पर सरकारी कार्य में बाधा डालना, शांति भंग करना, सार्वजनिक अधिकारी से मारपीट का प्रयास और आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग जैसे आरोप लगाए गए हैं।
यह घटना न केवल पुलिस पर हमला है, बल्कि कानून के खिलाफ खुली चुनौती है। आरोपी का थाने में ज़हर पीना और एंबुलेंस के नीचे लेट जाना दर्शाता है कि अपराधी मानसिक दबाव बनाकर पुलिस तंत्र को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।