जुन्नर में ढोल-ताशा हादसा (pic credit; social media)
Tragic accident in Junnar: जुन्नर तालुका में रविवार को एक दर्दनाक हादसे ने खुशी को मातम में बदल दिया। पूर्व जिल्हा परिषद अध्यक्ष देवराम लांडे के जन्मदिन कार्यक्रम के दौरान डोल-ताशा बजा रहे कलाकारों पर एक तेज रफ्तार ट्रक चढ़ गया। इस हादसे में 21 वर्षीय आदित्य काळे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य कलाकार गंभीर रूप से घायल हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कलाकार सड़क पर कार्यक्रम के लिए तैयारी कर रहे थे तभी अचानक ट्रक ने संतुलन खो दिया और सीधा उनके ऊपर जा चढ़ा। घटना स्थल पर अफरातफरी मच गई। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि दो घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि जिस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, उसके लिए प्रशासन से कोई आधिकारिक अनुमति नहीं ली गई थी। अगर कार्यक्रम की अनुमति ली जाती और उचित सुरक्षा इंतजाम होते तो शायद यह हादसा टाला जा सकता था।
हादसे के बाद क्षेत्र में गुस्से का माहौल है। लोगों का कहना है कि आयोजकों और ट्रक चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर ट्रक को जब्त कर लिया है और चालक को हिरासत में ले लिया गया है। आगे की जांच की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कार्यक्रम बिना अनुमति आयोजित किया गया था, इसलिए आयोजकों की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। वहीं आदित्य काळे की मौत से उनके परिवार में कोहराम मचा है। परिवारवालों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही और आयोजकों की गैरजिम्मेदारी ने उनके बेटे की जान ले ली।
गौरतलब है कि डोल-ताशा महाराष्ट्र की सांस्कृतिक परंपरा का अहम हिस्सा है और गणेशोत्सव व अन्य सामाजिक आयोजनों में बड़ी संख्या में युवा इसमें भाग लेते हैं। लेकिन इस तरह की दुर्घटनाएं सुरक्षा के इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए प्रशासन से अनुमति लेना और सुरक्षा इंतजाम करना अनिवार्य किया जाए ताकि कलाकारों की जान से खिलवाड़ न हो।