प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग( PIC CREDIT; SOCIAL MEDIA)
Singapore PM Wong and PM Modi meeting: भारत ने समुद्री शक्ति की ओर एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ा लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने ऑनलाइन माध्यम से जेएन पोर्ट-पीएसए मुंबई टर्मिनल (बीएमसीटी) फेज-2 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।
फडणवीस ने जेएनपीए और पोर्ट ऑफ सिंगापुर अथॉरिटी (पीएसए इंडिया) के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि यह टर्मिनल भारत की समुद्री अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई देगा। उन्होंने कहा कि अब जेएनपीटी भारत का सबसे बड़ा कंटेनर टर्मिनल बन चुका है और महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा में चार चांद लगा रहा है।
इस टर्मिनल की खासियत यह है कि यह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरता है। इसके साथ ही, वधुवन पोर्ट के शुरू होते ही भारत दुनिया के टॉप-10 पोर्ट्स की लिस्ट में शामिल हो जाएगा। यह न सिर्फ महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।
फडणवीस ने कहा कि यह उपलब्धि प्रधानमंत्री मोदी की ‘बंदरगाह-आधारित विकास’ (Port-led Development) रणनीति का परिणाम है। पिछले 10 वर्षों में बंदरगाह क्षेत्र में जबरदस्त सुधार हुए हैं और आज भारत वैश्विक समुद्री अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाने जा रहा है।
इस मौके पर भारत और सिंगापुर के बीच कई अहम समझौता ज्ञापन (MoU) भी हस्ताक्षरित किए गए। ये एमओयू भविष्य में दोनों देशों के बीच व्यापार और समुद्री सहयोग को और मजबूत करेंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर, सांसद श्रीरंग बारणे, विधायक महेश बाल्दी, विधायक प्रशांत ठाकुर और विधायक पराग शाह समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। भारत की इस छलांग ने साफ कर दिया है कि आने वाले समय में देश समुद्री कारोबार और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में एक वैश्विक ताकत बनकर उभरेगा।