मुंबई में करंट लगने से युवक की मौत (pic credit; social media)
Mumbai Ganeshotsav accident: गणेशोत्सव के उत्साह के बीच मुंबई में एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर दिया है। साकीनाका के खैरानी रोड पर गणपति विसर्जन के दौरान करंट लगने से 36 वर्षीय बिनू सुकुमारन कुमार की मौत हो गई जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मौके पर मौजूद लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, विसर्जन जुलूस के दौरान ट्रॉली ऊंचे वोल्टेज की बिजली तार के संपर्क में आ गई। अचानक तेज आवाज और चिंगारी निकली और कुछ ही सेकंड में ट्रॉली में खड़े लोग करंट की चपेट में आ गए। लोगों की खुशी चीख-पुकार में बदल गई और भगदड़ मच गई। आसपास के लोग घायलों को तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने बिनू सुकुमारन को मृत घोषित कर दिया जबकि बाकी पांच का इलाज जारी है। इनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं।
हादसे के बाद इलाके में मातम छा गया। परिवारजन और स्थानीय लोग गुस्से और दुख में हैं। लोगों का कहना है कि बार-बार प्रशासन को ढीली और खतरनाक बिजली लाइनों के बारे में जानकारी दी जाती है, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जाता। सवाल उठ रहे हैं कि इतनी बड़ी धार्मिक भीड़ के दौरान बिजली विभाग और प्रशासन ने सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए।
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मुंबई पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और बिजली विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है। अधिकारियों ने बताया कि हादसे की वजह ट्रॉली का हाई-टेंशन वायर से संपर्क होना है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि घायलों का पूरा इलाज कराया जाएगा और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी।
गणेशोत्सव जैसे खुशी और आस्था के मौके पर हुआ यह हादसा पूरे शहर को हिला गया है। त्योहार के जश्न में उमड़ी भीड़ अब सुरक्षा की अनदेखी पर सवाल उठा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए बिजली तारों की नियमित जांच, विसर्जन मार्गों पर सुरक्षा निरीक्षण और भीड़ प्रबंधन बेहद जरूरी है।
अब जबकि शहर में गणेशोत्सव का माहौल चरम पर है, यह हादसा एक बड़ा सबक छोड़ गया है कि उत्सव मनाने के साथ सुरक्षा को नज़रअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है।