कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, फोटो- सोशल मीडिया
Siddaramaiah Car challan: बेंगलुरु के इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) कैमरों ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की गाड़ियों के नियम उल्लंघनों को रिकॉर्ड किया और सीएम की गाड़ी पर कुल 2500 रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसे बाद में अदा भी कर दिया गया। इनमें से ज्यादातर मामले सीट बेल्ट न पहनने से जुड़े हैं।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की कार ने जनवरी से लेकर अब तक 7 बार नियमों का उल्लंघन किया है। हालांकि इन सातों बार में से ज्यादातर सीएम सिद्धारमैया सीट बेल्ट नहीं लगाए हुए थे। यही कारण है कि उनपर जुर्माना लगाया गया है।
मामला तब सामने आया जब राज्य सरकार ने लंबित चालानों पर 50% छूट देने की घोषणा की। इसी दौरान खुलासा हुआ कि मुख्यमंत्री की टोयोटा फॉर्च्यूनर कार जनवरी 2024 से अब तक सात बार नियमों का उल्लंघन कर चुकी है। इनमें से छह मामले तो केवल सीट बेल्ट न पहनने से जुड़े थे, जब सीएम आगे की सीट पर बैठे थे। एक मामला जुलाई में केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने का भी सामने आया।
हालांकि जुर्माना केवल 2500 रुपये का था और इसे सीएम ने भर भी दिया, लेकिन यह घटना कई सवाल खड़े करती है। क्या देश के जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग खुद नियमों को गंभीरता से नहीं लेते? सिद्धारमैया जैसे वरिष्ठ नेता अगर ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करें तो आम जनता से उनका पालन कैसे अपेक्षित हो? हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी सामने आया है कि अधिकारियों ने बाद में यह जुर्माना माफ कर दिया, लेकिन इसकी पुष्टि स्पष्ट रूप से नहीं हुई है। इससे और विवाद की स्थिति बनी है।
इस पूरे मामले पर राजनीतिक चर्चाएं भी तेज हो गई हैं, खासकर तब जब हाल ही में उत्तर प्रदेश में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की गाड़ियों पर 8 लाख रुपये से ज्यादा का चालान सामने आया। अखिलेश यादव ने इसे लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला और कहा कि वह तो चालान भर देंगे, लेकिन गरीब लोग इतने पैसे कहां से लाएंगे?