मुंबई मनपा अस्पताल (pic credit; social media)
Mumbai Municipal Corporation Hospitals: अब मनपा अस्पतालों के चक्कर लगाने की मजबूरी खत्म होने वाली है। मरीजों और उनके परिजनों को जिस सबसे बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। किस अस्पताल में बेड खाली है, कौन-सी जांच उपलब्ध है, दवाइयां हैं या नहीं, उसका हल मनपा प्रशासन ने निकाल लिया है।
जल्द ही एक ऐसा ऑनलाइन पोर्टल और चैटबॉट शुरू किया जाएगा, जिस पर क्लिक करते ही मरीजों को अस्पतालों की पूरी जानकारी मिल जाएगी। यानी अब मरीज अस्पताल पहुंचने से पहले ही वहां की सुविधाओं का पूर्वावलोकन कर सकेंगे।
अभी तक मरीजों को भर्ती कराने के लिए परिजनों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भेजा जाता है। कई बार जरूरी दवाइयां भी उपलब्ध नहीं होतीं और मरीजों को मजबूरी में बाहर से महंगी दवाइयां खरीदनी पड़ती हैं। बेड की कमी, जांच सुविधाओं का अभाव और रक्त भंडार की समस्या आम बात रही है। लेकिन पोर्टल शुरू होने के बाद यह स्थिति बदलने की उम्मीद है।
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इतना ही नहीं, चैटबॉट यह भी बताएगा कि आपके नजदीक कौन सा अस्पताल, मेडिकल कॉलेज या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। लंबी कतारों से मुक्ति दिलाने के लिए टोकन पद्धति भी लागू की जाएगी।
मनपा के स्वास्थ्य विभाग ने कूपर अस्पताल में इस प्रोजेक्ट को पायलट आधार पर शुरू करने का निर्णय लिया है। वहां से मिली प्रतिक्रिया के बाद इसे केईएम, सायन, नायर और अन्य बड़े अस्पतालों में लागू किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के उपायुक्त शरद उघड़े ने कहा कि “इस पोर्टल और चैटबॉट से मरीजों को अस्पतालों में होने वाली असुविधा कम होगी। यह सेवा मनपा की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी और इसका उपयोग बेहद आसान होगा।”
इस सेवा से सबसे बड़ा फायदा आम लोगों को होगा। अब अस्पताल का रुख करने से पहले ही मरीज जान पाएंगे कि वहां बेड है या नहीं, खून उपलब्ध है या नहीं, दवाइयां और जांचें मिलेंगी या नहीं। इससे न सिर्फ समय बचेगा बल्कि अनावश्यक भागदौड़ और परेशानियां भी खत्म होंगी।
मुंबई जैसे महानगर में जहां रोजाना हजारों लोग इलाज के लिए मनपा अस्पतालों की ओर रुख करते हैं, उनके लिए यह कदम किसी बड़ी राहत से कम नहीं माना जा रहा है।