CJI बीआर गवई (सोर्स: सोशल मीडिया)
CJI Gavai controversial AI video News: नवी मुंबई के खारघर पुलिस स्टेशन में सोशल मीडिया पर देश के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई का अपमान करने वाले एक AI वीडियो को लेकर शिकायत दर्ज की गई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने ‘किक्की सिंह’ नामक सोशल मीडिया अकाउंट धारक और इस वीडियो को बनाने, संपादित करने, पोस्ट करने तथा साझा करने में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर यह वीडियो साझा किया था, जो एआई तकनीक से तैयार किया गया था। इसमें मुख्य न्यायाधीश का अपमानजनक चित्रण किया गया है।
जांच के दौरान पुलिस ने संबंधित वीडियो बरामद कर लिया है और सोशल मीडिया कंपनी को ईमेल भेजकर इस वीडियो को तत्काल हटाने की मांग की है। अधिकारियों के मुताबिक, इस वीडियो के प्रसार से समाज में नफरत और भ्रम फैलाने की कोशिश की गई थी।
शिकायतकर्ता ने रिपोर्ट में कहा कि आरोपी ने यह वीडियो न केवल मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई, बल्कि अनुसूचित जाति समुदाय के एक वरिष्ठ न्यायाधीश के प्रति घृणा और हीन भावना फैलाने के उद्देश्य से तैयार किया।
शिकायतकर्ता का कहना है कि यह कृत्य समाज में वैमनस्य फैलाने और सामाजिक एकता को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है। शिकायतकर्ता ने कहा कि इस घटना से उनकी भावनाएं गहराई से आहत हुई हैं।
खारघर पुलिस ने मामले में अनुसूचित जाति और जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम तथा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
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पुलिस ने बताया कि वीडियो बनाने, एडिट करने, पोस्ट करने और इस पर प्रतिक्रिया या इमोजी के माध्यम से प्रोत्साहन देने वाले सभी व्यक्तियों की भूमिका की जांच की जा रही है।
फिलहाल, पुलिस ने तकनीकी टीम की मदद से वीडियो का स्रोत और डिजिटल साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उधर, सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले को लेकर सख्त रुख अपनाया गया है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) ने गुरुवार को मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई से दुर्व्यवहार करने वाले वकील राकेश किशोर का टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन और एंट्री पास रद्द कर दिया है। इससे स्पष्ट है कि न्यायपालिका के सम्मान से जुड़ी किसी भी घटना पर सख्त कार्रवाई का रुख बरकरार रहेगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)