रोबोटिक नाव (सोर्स: सोशल मीडिया)
Robotic Water Rescue System: अब समुद्र या तटों पर आपात स्थितियों में फंसे लोगों की जान रोबोट बचाएंगे। इसके लिए बीएमसी प्रशासन ने रोबेटिक वाटर रेस्क्यू संयंत्र को स्थापित करने का फैसला किया है। इस योजना के तहत 6 रोबोटिक नौकाओं की खरीदी का निर्णय लिया गया है। रोबोट खरीदी का नया टेडर जारी किया गया है। मेक-इन-इंडिया अभियान को बढ़ावा देने के लिए भारतीय कंपनी से रोबोटिक सिस्टम खरीदे जाएंगे।
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति निर्माण हो गई थी। इस दौरान तुर्किये ने पाकिस्तान का समर्थन किया था। बीएमसी प्रशासन ने सिंदूर ऑपरेशन के बाद तुर्किये को झटका देते हुए, पहले जारी किए गए टेंडर को रद्द कर दिया था।
इस टेंडर में भारतीय आपूर्तिकर्ता के जरिए तुर्किये की कंपनी मैरेन रोबोटिक्स से समुद्री सुरक्षा के लिए 6 रोबोटिक नौकाएं खरीदी जानी थी। यह टेंडर पिछले साल सितंबर महीने में जारी किया गया था। इन नौकाओं का उपयोग मुंबई फायर ब्रिगेड की ओर से समुद्र में बचाव कार्य के लिए किया जाना है।
इन नौकाओं को गिरगांव, दादर, जुहू, वर्सोवा, गोराई और अक्सा समुद्र तटों पर तैनात किया जाएगा। एक नौका की कीमत 9.62 लाख रुपये आंकी गई थी। हर नौका की वहन क्षमता 200 किलोग्राम और अधिकतम संचालन गति 18 किमी प्रति घंटा होगी।
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बीएमसी अधिकारियों के अनुसार बोलीदाता कंपनियों को शॉर्टलिस्ट करने के बाद चयनित की गई आपूर्तिकर्ता कंपनी भारतीय थी, जो तुर्किये की मैरेन रोबोटिक्स से उत्पाद लेकर बीएमसी को आपूर्ति करने वाली थी। लेकिन कोई स्वीकृति पत्र (एलओए) जारी नहीं किया गया था। इसलिए बीएमसी को टेंडर वापस लेने का कानूनी अधिकार था। पुराना टेंडर रद्द करने के बाद नए सिरे से टेंडर जारी किया गया है।
रोबोटिक नौकाएं समुद्र में डूबने वालों की जान बचाने में मदद कर सकती हैं। कई जगहों पर इनका उपयोग शुरू हो गया है। पालघर, दमन और विशाखापट्टनम में ये रोबोटिक नौकाएं रिमोट कंट्रोल से चलती हैं। इंसानों की तुलना में ये जल्दी और सुरक्षित बचाव कार्य करती है।