Bihar News Update: बिहार के रोहतास जिले में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार का एक बड़ा नमूना सामने आया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत रोहतासगढ़ किले के लिए बनाया गया रोपवे (झूला) ट्रायल के दौरान ही धराशायी हो गया। लगभग 13 करोड़ 65 लाख रुपये की भारी-भरकम लागत से बन रहा यह प्रोजेक्ट साल 2019 से निर्माणाधीन था, लेकिन घटिया निर्माण सामग्री और प्रशासनिक लापरवाही के कारण यह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इस विफलता के पीछे पुल निगम के पदाधिकारियों, जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत और उदासीनता है। आरोप यह भी लगाया गया है कि भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए जानबूझकर चुनाव से पहले इसका ट्रायल नहीं कराया गया था। इस हादसे ने न केवल सरकारी खजाने को चोट पहुंचाई है, बल्कि चौरासन शिव मंदिर और रोहतासगढ़ किले से जुड़ी पर्यटन और क्षेत्रीय विकास की तमाम उम्मीदों को भी अंधकार में धकेल दिया है। जनता अब केवल वादों और भाषणों के भरोसे रह गई है।
Bihar News Update: बिहार के रोहतास जिले में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार का एक बड़ा नमूना सामने आया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत रोहतासगढ़ किले के लिए बनाया गया रोपवे (झूला) ट्रायल के दौरान ही धराशायी हो गया। लगभग 13 करोड़ 65 लाख रुपये की भारी-भरकम लागत से बन रहा यह प्रोजेक्ट साल 2019 से निर्माणाधीन था, लेकिन घटिया निर्माण सामग्री और प्रशासनिक लापरवाही के कारण यह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इस विफलता के पीछे पुल निगम के पदाधिकारियों, जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत और उदासीनता है। आरोप यह भी लगाया गया है कि भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए जानबूझकर चुनाव से पहले इसका ट्रायल नहीं कराया गया था। इस हादसे ने न केवल सरकारी खजाने को चोट पहुंचाई है, बल्कि चौरासन शिव मंदिर और रोहतासगढ़ किले से जुड़ी पर्यटन और क्षेत्रीय विकास की तमाम उम्मीदों को भी अंधकार में धकेल दिया है। जनता अब केवल वादों और भाषणों के भरोसे रह गई है।






