
मलकापुर नगर परिषद (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Akola News: मलकापुर नगर परिषद के आगामी आम चुनावों की पृष्ठभूमि में शहर की वार्ड संरचना और मतदाता सूची एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गई है। विशेष रूप से वार्ड क्रमांक 13, जिसमें साइकिलपुरा, मालवीपुरा और गांधीनगर के क्षेत्र शामिल हैं, मतदाताओं की संख्या में असमानता के कारण इस वर्ष सबसे अधिक सुर्खियों में है।
नगर परिषद द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस वार्ड की जनसंख्या 4,382 दर्ज की गई है, जिसे चुनाव आयोग ने भी मंजूरी दी है। हालांकि, सरकार और आयोग के निर्देशों के मुताबिक प्रत्येक वार्ड में मतदाताओं की संख्या 3,300 से 4,000 के बीच रहनी चाहिए।
आश्चर्य की बात यह है कि वार्ड क्रमांक 13 की ड्राफ्ट मतदाता सूची में केवल 2,675 मतदाता दर्ज हैं। यह शहर के कुल 15 वार्डों में से एकमात्र ऐसा वार्ड है जहां मतदाताओं की संख्या इतनी कम पाई गई है। इससे नागरिकों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह केवल तकनीकी त्रुटि है या वार्ड संरचना में कोई गंभीर विसंगति है?
चुनाव जैसी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या और मतदाताओं की संख्या के बीच संतुलन और पारदर्शिता अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यही प्रतिनिधित्व की समानता का आधार है। विशेषज्ञों का मत है कि नगर परिषद द्वारा प्रकाशित प्रारूप सूची की पुनः जांच कर आवश्यक संशोधन तुरंत किए जाने चाहिए, अन्यथा यह विसंगति आगामी चुनावों में भ्रम और अविश्वास पैदा कर सकती है।
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मलकापुर जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहर में मतदाताओं की संख्या में पारदर्शिता केवल प्रशासनिक मामला नहीं, बल्कि नागरिकों के अधिकारों से जुड़ा मुद्दा है। वार्ड क्रमांक 13 का यह मामला केवल आंकड़ों का अंतर नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। अतः प्रशासन को इस मामले पर गंभीरता से ध्यान देते हुए मलकापुर की जनता के सामने सच्चाई लानी चाहिए।






