चुनाव आयोग द्वारा बिहार के बाद अब अन्य 12 राज्यों में SIR (Special Identification Revision) प्रक्रिया शुरू करने के फैसले से देशभर में सियासी घमासान मच गया है। विपक्षी दलों ने इस कदम को आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़ते हुए भाजपा पर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया है। कांग्रेस और डीएमके ने इसे “राजनीतिक साजिश” बताया, जबकि टीएमसी नेताओं ने कहा कि “जनता को भड़काने की कोशिश की जा रही है।” वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि “कुछ लोग SIR के नाम पर दंगे भड़काना चाहते हैं,” और यह भी जोड़ा कि “SIR कराना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी और अधिकार दोनों है।” अब देशभर में SIR को लेकर बहस तेज हो गई है।
चुनाव आयोग द्वारा बिहार के बाद अब अन्य 12 राज्यों में SIR (Special Identification Revision) प्रक्रिया शुरू करने के फैसले से देशभर में सियासी घमासान मच गया है। विपक्षी दलों ने इस कदम को आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़ते हुए भाजपा पर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया है। कांग्रेस और डीएमके ने इसे “राजनीतिक साजिश” बताया, जबकि टीएमसी नेताओं ने कहा कि “जनता को भड़काने की कोशिश की जा रही है।” वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि “कुछ लोग SIR के नाम पर दंगे भड़काना चाहते हैं,” और यह भी जोड़ा कि “SIR कराना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी और अधिकार दोनों है।” अब देशभर में SIR को लेकर बहस तेज हो गई है।






