
जानिए अम्लीय वर्षा क्या होती है (सौ.सोशल मीडिया)
जैसा कि, हम जानते हैं गर्मी की विदाई के साथ बारिश की दस्तक अब देश के हर हिस्से में हो गई है जहां पर पहली बारिश के मजे हर कोई लेना पसंद तो करते ही है जो गर्मी से राहत देने के साथ ठंडक और सुकून देती है। लेकिन आपको एसिड रेन के खतरों से भी बचना चाहिए। पहली बारिश की फुहार कोई सामान्य बारिश नहीं बल्कि अम्लीय वर्षा (Acid Rain) होती है। जी हां ऐसी बारिश जिसमें भीगने के बाद आपकी सेहत पर खतरा हो सकता है। चलिए जानते हैं कैसी होती है यह अनोखी बारिश..
आपको बताते चलें, सामान्य बारिश से अलग एसिड रेन असामान्य रूप से अम्लीय मानी जाती है जिसमें औद्योगिक और जीवाश्म से निकलने वाले सल्फर और नाइट्रोजन के ऑक्साइड और धूल, कण और वायु प्रदूषण समाहित होता है। इतना ही नहीं इस बारिश में एसिड की मात्रा अधिक होती है तो वहीं पर यह बारिश उन समय होती है जब वायुमंडल की शुद्ध हवा में जब कोई अनावश्यक तत्व आकर मिलते हैं। जो एसिड से भरपूर बारिश होती है।
आपको बताते चलें, एसिड रेन बनाने के कारक कई सारे मौजूद होते है जो जिम्मेदार होते है। अम्लीय बारिश होने का मुख्य कारण कारखानों की चिमनियों से निकले वाला धुंआ ,वाहन में प्रयोग होने वाला डीजल, गाड़ियों से निकलने वाले धुआं आदि में मौजूद सल्फर ऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड होते है जिन तत्वों के मिलने से एसिड रेन होती है। इसके अलावा इस बारिश में अगर कोयल जलाया जाता है और इससे सल्फर गैस निकलती है तो भी यह एसिड रेन को बनाती है।
यहां पर इस प्रकार की एसिड रेन की बात की जाए तो, पर्यावरण को इस प्रकार की अम्लीय वर्षा नुकसान पहुंचाने का काम करती है इससे पौधों के पत्तों को नुकसान पहुंचता है तो ग्रोइंग पावर भी कम करने के लिए जिम्मेदार होती है। इसका असर पर्यावरण पर तो पड़ता ही है लेकिन इस बारिश का असर नदियों और झीलों के अलावा जीवों को जीवन को भी नुकसान पहुंचाने का काम करता है। इसके लिए अलावा इस बारिश से सतही जल के pH में कमी आती है और एल्युमीनियम की सांद्रता बढ़ती है। ये कारक जलीय जीवों के जीवन को नुकसान पहुंचाते हैं। इस वजह से बारिश की पहली फुहार का मजा लेने से बचना चाहिए।






