फिर धधका उठा ज्वालामुखी, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
लेम्बाता: इंडोनेशिया का माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी बुधवार को एक बार फिर सक्रिय हो गया। इसके फटने से निकला राख और धुआं 10 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंच गया, जिसके चलते आस-पास के गांवों को खाली करवाना पड़ा। इस घटना से बाली द्वीप आने-जाने वाले पर्यटकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, क्योंकि कई उड़ानें रद्द हो गईं। मंगलवार शाम से लेकर बुधवार दोपहर तक ज्वालामुखी में कई बार विस्फोट हुए, जिससे राख का बादल आसमान में फैल गया।
मंगलवार दोपहर ज्वालामुखी के विस्फोट के बाद भारी मात्रा में राख और लावा निकलने से आसमान में लगभग 10,000 मीटर की ऊंचाई तक घने भूरे रंग के बादलों का गुबार छा गया। यह राख का गुबार इतना व्यापक था कि इसे 150 किलोमीटर दूर से भी साफ देखा जा सकता था। इस विस्फोट का असर बाली एयरपोर्ट के पास के हवाई क्षेत्र पर भी पड़ा, जिसके चलते एअर इंडिया की दिल्ली से बाली जा रही उड़ान को बीच रास्ते से ही वापस दिल्ली लौटना पड़ा। एअर इंडिया ने एक बयान जारी कर बताया कि फ्लाइट को सुरक्षित रूप से दिल्ली एयरपोर्ट पर उतार लिया गया और सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार दिया गया।
ज्वालामुखी विस्फोट की चेतावनी को अब सबसे उच्च स्तर पर पहुंचा दिया गया है और इसके खतरे का दायरा बढ़ाकर आठ किलोमीटर तक कर दिया गया है। लावा के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने ज्वालामुखी से सात किलोमीटर दूर स्थित माउंट लेवोटोबी लाकी लाकी की निगरानी चौकी को भी खाली करा दिया है। फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि विस्फोट के बाद राख और मलबा बोरू, हेवा और वाटोबुकु जैसे गांवों में भी गिरा, जो खतरे के क्षेत्र से बाहर हैं।
इले बूरा उपजिले के नूराबेलेन गांव से कुछ लोग सुरक्षित स्थानों पर, जैसे कोंगा, पहुंच गए हैं। एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने बताया कि निलेकनोहेंग गांव के कुछ निवासी भी अपने घर छोड़ चुके हैं, जो ज्वालामुखी से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बाली के ‘आई गुस्ती नुराह राय अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे’ की वेबसाइट के अनुसार, बुधवार को ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, भारत और चीन समेत कई देशों के शहरों से बाली आने-जाने वाली कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा। इसका कारण ज्वालामुखी से उठ रही गर्म राख है, जो विमानों के इंजनों की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर सकती है।
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ईस्ट नूसा टेंगारा प्रांत के फ्लोरेस द्वीप स्थित एक अन्य प्रमुख पर्यटन स्थल लबुआन बाजो में भी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आने-जाने वाली उड़ानें रद्द की गई हैं। इन रद्द उड़ानों और विलंब से हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाएं प्रभावित हुई हैं। ऑस्ट्रेलिया के शहरों और इंडोनेशिया के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बीच नियमित उड़ानें संचालित करने वाली एयरलाइन जेटस्टार ने कहा है कि बुधवार देर शाम तक राख के बादल के छंटने की उम्मीद है, जिसके बाद उड़ान सेवाएं दोबारा शुरू कर दी जाएंगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)