अखिलेश यादव, सीएम योगी (फोटो-नवभारत डिजाइन)
UP News: सपा सुप्रीमो अखिलेश याद ने हाल ही में जबरन वसूली गिरोह संचालित करने के आरोप में कानपुर में एक वकील की गिरफ्तारी का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यूपी माफिया मुक्त नहीं बल्कि महामाफिया वाला बन गया है।
दरअसल पिछले दिनों कानपुर में दो वकील भाजपा नेता को झूठे मुकदमें फंसाकर जेल भेजने की धमकी देकर रंगदारी वसूल रहे थे। मामले में गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। जमानत अर्जी भी कोर्ट खारिज कर दी।
इसी मामले पर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर भाजपा सरकार आड़े हाथों लिया। उन्होंने एक्स पर लिखा “उत्तर प्रदेश में भाजपाई भ्रष्टाचार का त्रिकोण- फर्जी ‘एनकाउंटर’ वाली भ्रष्ट भाजपा सरकार, काली कमाई वाले भाजपा संरक्षित भ्रष्ट अधिकारी, दोनों की करतूतों को छिपाने वाला भ्रष्ट भाजपाई वकील।” उन्होंने कहा, ‘‘हजारों करोड़ कमाने वाले भ्रष्टाचारी को न ड्रोन देख पाया, न दूरबीन में वो नजर आया, मामला भी तब खुला जब आपस में ही रंगदारी का धंधा सामने आया। अब देखते हैं कि इस भाजपाई भू-माफिया के अवैध कब्जों पर बुलडोजर अपने आप चलता है या हमारी इस पोस्ट के प्रकाशित होने के बाद या फिर कोई सबसे बड़ा रंगदार, इन सबसे वसूलकर मामला रफा-दफा कर देगा।”
सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश ‘माफिया मुक्त’ होने का दावा करने वाले अब कहां हैं? सच तो ये है कि उत्तर प्रदेश ‘माफिया मुक्त’ नहीं हुआ है, बल्कि माफिया किसी एक में समाकर ‘महामाफिया’ बन गया है।” यादव की यह टिप्पणी इस महीने की शुरुआत में कानपुर में वकील अखिलेश दुबे और उनके सहयोगी की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में आई है। दुबे पर भाजपा नेता रवि सतीजा सहित कई नामी-गिरामी लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए दुष्कर्म के झूठे मामले दर्ज कराकर जबरन वसूली का गिरोह संचालित का आरोप है।
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पुलिस के अनुसार, दुबे और उसकी सहयोगी लवी मिश्रा को जबरन वसूली गिरोह और भू-माफिया गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए एक महीने तक चले ‘ऑपरेशन महाकाल’ के बाद छह अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि दुबे ने पिछले कुछ वर्षों में कई लोगों को ब्लैकमेल किया है और निजी फायदे के लिए कानूनी प्रक्रियाओं का दुरुपयोग किया है।-एजेंसी इनपुट के साथ