पिंपरी. बीआरटी स्टॉप से बाहर आसपास बड़ी संख्या में खतरनाक होर्डिंग लगे हैं। इसे लेकर लोगों को सतर्क रहने की जरुरत है। क्योंकि तेज हवाओं के साथ होने वाली बारिश से होर्डिंग गिरने की घटनाएं बढ़ रही है। मुंबई के घाटकोपर में हुए होर्डिंग हादसे में 16 लोगों की मौत हुई थी। इसे देखते हुए बीआरटी के पास होर्डिंग किसने लगाई? उसका स्ट्रक्चरल ऑडिट हुआ है क्या? और कोई हादसा होता है तो यह किसकी जिम्मेदारी होगी? इसे लेकर मनपा और पीएमपीएल प्रशासन जिम्मेदारी से दामन बचाकर एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालने में जुटे है। जबकि नागरिकों को बीआरटी से बस पकड़ने में अब डर लगने लगा है।
बीआरटी रूट की संख्या और बस स्टॉप
पिंपरी चिंचवड शहर में पांच बीआरटी रूट है। दिघी से आलंदी रोड, सांगवी से किवले मुकाई चौक, दापोडी से निगडी, नासिक फाटा से वाकड और कालेवाडी फाटा से देहूरोड का रूट शामिल है। इस रूट में करीब 100 बीआरटी बस स्टॉप हैं। इससे हर दिन हजारों की संख्या में लोग सफर करते हैं।
इलेक्ट्रिक विज्ञापन होर्डिंग
कई बीआरटी पर इलेक्ट्रिक विज्ञापन होर्डिंग लगी है। पुराने आरटीओ से केएसबी चौक तक बीआरटी पर दोनों तरफ होर्डिंग देखा जा सकता है। इस पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। पिंपले सौंदारगर, कोकण चौक से नासिक फाटा तक बीआरटी में फैले होर्डिंग को देखकर कोई भी डर जाएगा। थेरगांव, कालेवाडी फाटा, सांगवी से औंध रोड बीआरटी मार्ग पर भी होर्डिंग की भरमार है। लेकिन प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
क्या करना होगा
होर्डिंग को लेकर ठोस पॉलिसी तैयार करने की जरुरत
हर वर्ष मानसून से पूर्व स्ट्रक्चरल ऑडिट कराना जरुरी
खतरनाक और कमजोर होर्डिंग को नीचे उतारना चाहिए
होर्डिंग का आकार, स्वरूप निश्चित हो
नियम व शर्तें निश्चित करना और इसका उल्लंघन करने पर दंडात्मक कार्रवाई हो
नियमों का बार बार उल्लंघन करने पर परमिट धारक को ब्लैक लिस्ट किया जाए
फिलहाल एक भी होर्डिंग नहीं
राज्य में मानसून पूर्व बारिश में होर्डिंग गिरने की कई घटनाएं हो रही है। इसे देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। पीएमपीएमएल प्रशासन की ओर से टेंडर जारी कर विज्ञापन फलक लगाए जाते हैं। पिंपरी चिंचवड में फिलहाल एक भी होर्डिंग नहीं होने का पीएमपीएमएल प्रशासन ने दावा किया है। लेकिन यह दावा कितना सही है यह बताने की जरुरत नहीं।
पीएमपी, मनपा ने हाथ झटका
बस स्टॉप की तरफ आते जाते वक्त होर्डिंग खुद पर गिरने का डर यात्रियों को सताने लगा है। लेकिन बस स्टॉप के पास लगे होर्डिंग को परमिट दी जाए या नहीं इसकी जिम्मेदारी मनपा के पास होने की दलील देकर पीएमपीएमएल प्रशासन अपना हाथ झटक रहा है। जबकि बीआरटी पर लगे होर्डिंग मनपा का नहीं होने का दावा पिंपरी चिंचवड मनपा प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। दोनों विभागों का प्रशासन इसे लेकर हाथ झटक रहा और एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालते में जुटा है। ऐसे में बीआरटी पर लगे होर्डिंग आखिर किसने लगाए। कोई हादसा होता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी यह सवाल खड़ा हो रहा है।
आकाश श्रीवास्तव (यात्री) का कहना है कि नौकरी के सिलसिले में हर दिन पिंपरी पुणे के बीच लोगों को सफर करना पड़ता है। फिलहाल बारिश में होर्डिंग गिरने की कई घटनाएं हो रही है। इस वजह से बस स्टॉप के पास लगे होर्डिंग को वक्त पर हटाकर यात्रियों का सफर सुखदायी करने की जरुरत है।