स्पोर्ट्स डेस्क: इंटरनेशनल मास्टर्स लीग का खिताब भारतीय मास्टर्स ने जीता। इस टीम की कप्तानी सचिन तेंदुलकर कर रहे थे। सचिन तेंदुलकर ने चैंपियन बनने के बाद जीत का श्रेय शानदार योजना और टीम वर्क को दिया। भारतीय टीम ने पिछले कुछ महीनों में लगातार तीन खिताब जीती है।
भारतीय टीम ने साल 2024 में टी20 खिताब अपने नाम किया। वहीं 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। उसके बाद जब संन्यास लिए हुए दिग्गज खिलाड़ी मैदान पर उतरे तो उन्होंने भी खिताब जीता। भारतीय टीम कुछ महीनों में लगातार तीसरी खिताब जीत चुके हैं। भारतीय मास्टर्स ने 16 मार्च को रायपुर में खेले गये फाइनल में अंबाती रायुडू (74) और रंगनाथ विनय कुमार (तीन विकेट) के बेहतरीन खेल के दम पर वेस्टइंडीज मास्टर्स को छह विकेट से हराया था। तेंदुलकर ने खिताबी मुकाबले में 25 रन बनाए थे।
तेंदुलकर ने कहा कि हां, यह एक शानदार उपलब्धि है। यह अच्छी टीमवर्क उचित योजना बनाने और उसे सफलता से मैदान पर उतारने का परिणाम है। इसलिए लगातार तीन बार चैंपियन बनकर वाकई बहुत अच्छा लग रहा है। सचिन ने कहा कि रायपुर के प्रशंसकों के साथ फिर से जुड़कर अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि हम सभी ने कुछ समय पहले सक्रिय क्रिकेट खेलना बंद कर दिया था। लेकिन हमारे समय में खेल का लुत्फ उठाने वालों के साथ नयी पीढ़ी से भी जुड़ना शानदार रहा। कुल मिलाकर यह अनुभव बहुत ही सुखद था।
तेंदुलकर ने टूर्नामेंट के दौरान अपने साथियों के प्रदर्शन की भी प्रशंसा की, जिन्होंने विभिन्न मैचों में अपने खेल का लोहा मनवाया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यूसुफ पठान की आक्रामक बल्लेबाजी ने हमें श्रीलंका के खिलाफ बड़ा स्कोर बनाने में मदद की। इरफान ने संगकारा का महत्वपूर्ण विकेट लिया, जो वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। मैच का सबसे महत्वपूर्ण ओवर (अभिमन्यु) मिथुन ने फेंका।
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तेंदुलकर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ युवराज सिंह ने शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने कुछ बड़े शॉट लगाये। फिर गेंदबाजी (शाहबाज) नदीम वाकई बहुत खास थे। उन्होंने महत्वपूर्ण विकेट लिए और इससे हमारी टीम की लय बनी रही।