कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स- ग्रोक एआई)
जयपुर: राजस्थान के बारां जिले से एक बेहद दर्दनाक और झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। जलवाड़ा गांव में शुक्रवार सुबह तालाब में नहा रहीं 68 से ज्यादा भैंसों की एक साथ मौत हो गई। हादसे की वजह तालाब के पास लगे बिजली के खंभे से फैला करंट बना, जिसने चंद मिनटों में पशुपालकों की पूरी जिंदगी उजाड़ दी। भैंसों की मौत के बाद पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है और लोग शोक में डूबे हैं। यह हादसा न सिर्फ एक जीविका के नुकसान की कहानी है, बल्कि बिजली विभाग की लापरवाही पर भी सवाल खड़े करता है।
जिस तालाब में हादसा हुआ, वहां रोजाना दर्जनों मवेशी स्नान करते हैं। लेकिन शुक्रवार को अचानक पोल में स्पार्किंग हुई और 11 हजार वोल्ट की लाइन से करंट पानी में फैल गया। इससे तालाब में उतरीं भैंसें एक-एक कर गिरने लगीं और सबकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पीड़ित पशुपालकों ने प्रशासन से तत्काल राहत की मांग की है, वहीं ग्रामीणों का गुस्सा बिजली विभाग पर साफ नजर आया।
कैसे हुआ हादसा
हादसा सुबह उस वक्त हुआ जब गांव के तालाब में भैंसों को नहलाया जा रहा था। तभी तालाब के किनारे लगे बिजली पोल में तेज स्पार्किंग हुई और 11 केवी की लाइन से करंट तालाब के पानी में फैल गया। कुछ ही मिनटों में 68 से ज्यादा भैंसें करंट की चपेट में आ गईं और तड़पकर दम तोड़ने लगीं। जिन पशुपालकों की ये भैंसें थीं, वे इस मंजर को देखकर बेसुध हो गए।
शांति वार्ता की पेशकश पर गृह मंत्री की दो टूक: पहले हथियार डालें, तभी होगी बातचीत
गांव में मातम व मुआवजे की मांग
हादसे के तुरंत बाद गांव में मातम फैल गया और लोग बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे। पशुपालकों का कहना है कि ये भैंसें उनके परिवार का सहारा थीं और अब उनका सब कुछ खत्म हो गया। सूचना मिलते ही प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत का भरोसा दिलाया गया। साथ ही, बिजली विभाग को नोटिस जारी कर जांच के आदेश दिए गए हैं।