सांकेतिक तस्वीर (सोर्स- सोशल मीडिया)
कोटा: कोटा में एक 18 वर्षीय कोचिंग छात्र अपने हॉस्टल के कमरे के शौचालय में संदिग्ध हालत में मृत पाया गया। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि हॉस्टल के ‘केयरटेकर’ से सूचना मिलने के बाद पुलिस की एक टीम छात्र के कमरे में पहुंची और सबूत इकट्ठा किए, लेकिन छात्र के माता-पिता के अनुरोध पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की।
उन्होंने बताया कि माता-पिता ने पोस्टमार्टम कराने से भी इनकार कर दिया, जिसके बाद शव अंतिम संस्कार के लिए उन्हें सौंप दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज निवासी कुशाग्र रस्तोगी के रूप में हुई, जो जवाहर नगर इलाके में स्थित छात्रावास में अपनी मां के साथ रह रहा था। सोमवार को छात्र का शव मिला। हालांकि इस बात का सही-सही पता नहीं लगाया जा सका है कि छात्र की मौत किन कारणों से हुई है।
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उन्होंने बताया कि इस वर्ष अप्रैल में रस्तोगी ने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए कोटा में एक कोचिंग संस्थान में दाखिला लिया और छात्रावास में रहने लगा। क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) राजेश टेलर ने मृतक की मां के हवाले से बताया कि सोमवार सुबह उठने के बाद रस्तोगी शौचालय गया था। टेलर ने बताया कि जब 15-20 मिनट के बाद भी लड़का बाहर नहीं आया तो उसकी मां ने शौचालय का दरवाजा खटखटाया और पाया कि दरवाजा खुला हुआ है और उसका बेटा अंदर फर्श पर बेहोश पड़ा है।
जवाहर नगर थाने के सर्किल इंस्पेक्टर हरिनारायण शर्मा ने बताया कि रस्तोगी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे ‘सीपीआर’ दिया, लेकिन कोई सुधार न होने पर उसे मृत घोषित कर दिया। शर्मा ने बताया कि मृतक के माता-पिता ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया, इसलिए कोई मामला दर्ज किए बिना शव उन्हें सौंप दिया गया। पैरेंट्स का मानना है कि उसकी मौत हृदयाघात की वजह से हुई है।
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