यवतमाल न्यूज (सौ. सोशल मीडिया )
Yavatmal News In Hindi: दारव्हा शहर में घर के पास खेलते समय पैर फिसलने से दो मासुम भाई-बहन पानी से भरे गड्ढे में जा गिरे। किसी को इसका अंदाजा न होने से कुछ ही पलों में उनकी दर्दनाक मौत हो गई। समाज को झकझोर देने वाली यह हृदयविदारक घटना बुधवार 1 अक्टूबर को तहसील के महागांव कस्बा स्थित साईनगरी ले-आउट में सामने आई।
पानी में डूबकर मरने वाले मासूम बच्चों के नाम प्रियंका गणेश राठोड़ (10) और कार्तिक गणेश राठोड़ (8) हैं। यह परिवार महागांव कस्बा के साईनगरी ले-आउट में रहता था। ले-आउट से सटे दारव्हा आर्णी मार्ग पर कई जगह गहरे गड्ढे खोदे गए थे, जिनमें बारिश का पानी भरा हुआ था।
30 सितंबर की दोपहर दोनों बच्चे घर के आसपास खेल रहे थे। खेलते खेलते उनका संतुलन बिगड़ गया और वे पानी से भरे गड्ढे में गिर पड़े। देर शाम तक बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की, पर कोई सुराग नहीं मिला। शक होने पर नागरिकों ने डबकियों की जांच की तो 1 अक्टूबर की सुबह दोनों के शव पानी में दिखाई दिए।
खबर मिलते ही परिवार घटनास्थल पर पहुंचा और बच्चों के शव देखकर चीख-पुकार मच गई। इस दृश्य ने हर किसी की आंखें नम कर दीं। सूचना पर दारव्हा पुलिस भी मौके पर पहुंची। नागरिकों की मदद से शव बाहर निकाले गए और पंचनामा कर उन्हें उपजिला अस्पताल दारव्हा भेजा गया। पुलिस ने फिलहाल इसे आकस्मिक मौत मानकर मामला दर्ज किया है।
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दारव्हा शहर के नेर मार्ग घर रेल्वे जंक्शन परिसर में निर्माणाधीन पुल के गड्ढे में गिरकर चार बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई थी, मृतकों में रीहान असलम खान (13), वैभव आशीष बोदले (14), सोम्या सतीश हडसन (10) और गोलू पांडुरंग नेवारे (10) सभी निवासी रेल्वे स्टेशन परिसर, दारका शामिल थे। उस हादसे को अभी दो महीने भी नहीं बीते कि दो भाई-बहन की यह दूसरी घटना घटी। लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से नागरिकों में प्रशासन की लापरवाही को लेकर तीखा रोष है।