जिला परिषद यवतमाल (फोटो नवभारत)
Yavatmal Schools Security System News: यवतमाल जिले के स्कूलों में खराब सुरक्षा व्यवस्था और जर्जर इमारतों को लेकर ‘नवभारत’ अखबार द्वारा 4 सितंबर को प्रकाशित विस्तृत रिपोर्ट का असर हुआ है। इस खबर के बाद, शिक्षा विभाग तुरंत हरकत में आ गया है और उसने सभी स्कूलों को 15 सितंबर तक सुरक्षा उपायों को पूरा करने का आदेश दिया है। इस निर्देश के बाद, विभाग ने सभी स्कूलों को अलर्ट पर रहने को कहा है।
यवतमाल जिले में पहली से बारहवीं कक्षा तक लगभग तीन हजार स्कूल हैं, जिनमें से दो हजार जिला परिषद के शिक्षा विभाग के अधीन आते हैं। ‘नवभारत’ की रिपोर्ट में यह उजागर हुआ था कि इनमें से कई स्कूलों की इमारतें और कमरे जर्जर हालत में हैं, और शौचालयों की स्थिति भी बेहद खराब है। हालांकि सरकार ने पहले सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए थे, लेकिन ज्यादातर स्कूलों ने इस पर ध्यान नहीं दिया था।
अब, माध्यमिक शिक्षा अधिकारी रवींद्र कटोलकर द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि 15 सितंबर तक सभी स्कूलों को सुरक्षा मानकों के अनुसार सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करनी होंगी।
राज्य सरकार ने 13 मई 2025 को स्कूलों की सुरक्षा को लेकर दिशानिर्देश जारी किए थे, जिसके बाद 29 अगस्त को पूरे जिले में एक निरीक्षण अभियान चलाया गया था। हालांकि, उमरखेड़ और महागांव तहसीलों में भारी बारिश के कारण यह निरीक्षण नहीं हो पाया था। अब इन दोनों तहसीलों के सभी स्कूलों का निरीक्षण 9 सितंबर को किया जाएगा और 12 सितंबर तक पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
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शिक्षा विभाग ने केवल सुरक्षा पर ही नहीं, बल्कि स्कूलों के अभिलेखों के उचित संरक्षण पर भी ध्यान केंद्रित किया है। इसी संबंध में 11 सितंबर को सुबह 10:30 बजे सभी पंचायत समितियों में प्रधानाचार्यों की एक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें सुधार अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से हिस्सा लेंगे। इस बैठक में सुरक्षा उपायों और अभिलेखों के रखरखाव को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिए जाने की उम्मीद है।