शिक्षिका को गिफ्ट देते बच्चे (फोटो नवभारत)
Wardha Teacher Transfer News: वर्धा जिले के कारंजा घाडगे तहसील के पारसोडी गांव की प्राथमिक शाला की शिक्षिका रीता विजयकुमार चौधरी का हाल ही में जिला परिषद के शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया में स्थानांतरण किया गया है। नियमों के अनुसार उनका तबादला बिहाड़ी में हुआ और 8 सितंबर को उन्हें कार्यमुक्त कर दिया गया। लेकिन इस निर्णय से गांव के नागरिक, स्कूल समिति और खासकर छोटे-छोटे छात्र बेहद भावुक हो गए।
रीता चौधरी ने पारसोडी स्कूल में साढ़े पांच साल तक सेवा दी। इस दौरान उन्होंने कई शैक्षणिक नवाचारों और सराहनीय कार्यों से स्कूल की छवि को निखारा। कार्यमुक्ति के बाद स्कूल प्रबंधन समिति, शिक्षकगण, गांव के नागरिक और विद्यार्थियों ने उनके सम्मान में विदाई व सत्कार समारोह आयोजित किया। इस कार्यक्रम में उनके योगदान की खुलकर सराहना की गई।
लेकिन जैसे ही चौधरी मैडम विदा होने लगीं, छोटे-छोटे विद्यार्थियों की आंखें नम हो गईं। कई बच्चे मासूम आवाज में कहने लगे – “मैडम, आप मत जाइए ना… कल आप ही आइएगा पक्का… आप तबादला रद्द करवा दीजिए।” इस मासूम गुहार से पूरा माहौल भावुक हो गया और वहां मौजूद नागरिक भी आंसू रोक नहीं पाए।
बच्चों और अभिभावकों की इस भावनात्मक अपील के बीच रीता चौधरी ने भी नम आंखों से छात्रों को भरोसा दिया- “मैं जरूर आऊंगी।” इसके बाद उन्होंने भारी मन से स्कूल और बच्चों को विदा किया।
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गांव के नागरिकों और अभिभावकों का कहना है कि चौधरी मैडम ने बच्चों की शिक्षा और स्कूल के विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसलिए उनका तबादला रद्द कर उन्हें पारसोडी स्कूल में ही सेवा का अवसर दिया जाना चाहिए। ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन और शिक्षा विभाग इस भावनात्मक मांग पर सकारात्मक विचार करेगा।