सांकेतिक तस्वीर (AI)
Maharashtra News: महाराष्ट्र की ठाणे पुलिस ने एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिस पर आरोप है कि उसने निर्दलीय विधायक शिवाजी पाटिल को हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने और उनसे पैसे वसूलने की कोशिश की। पुलिस ने शिकायत मिलते ही महिला की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन अब तक उसका नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि महिला ने विधायक को व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक मैसेज, फोटो और वीडियो भेजकर 5 से 10 लाख रुपए की मांग की और उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह एफआईआर चांदगड विधानसभा (कोल्हापुर) से निर्दलीय विधायक शिवाजी पाटिल ने बुधवार को ठाणे के चितलसर पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई। विधायक ने बताया कि महिला ने उन्हें अश्लील मैसेज और वीडियो भेजे और फिर अपने पिता के इलाज के नाम पर 5 से 10 लाख रुपये की मांग की। शिकायत में यह भी कहा गया है कि महिला ने उनकी छवि खराब करने की धमकी देकर रकम वसूलने की कोशिश की।
विधायक पाटिल ने बताया कि वह अपना समय ठाणे-मुंबई और कोल्हापुर के अपने विधानसभा क्षेत्र के बीच बांटते हैं। उनके अनुसार, यह उत्पीड़न सितंबर 2024 से शुरू हुआ, जब एक अनजान नंबर से उन्हें लगातार व्हाट्सएप कॉल आने लगीं, जिन्हें उन्होंने नजरअंदाज किया। आखिरकार, जब उन्होंने कॉल रिसीव की, तो महिला ने खुद को जान-पहचान वाली बताते हुए दोस्ती करने की इच्छा जताई।
जब विधायक ने महिला से कोई संपर्क नहीं रखा और उसका नंबर ब्लॉक कर दिया, तो कुछ हफ्तों बाद उसी महिला ने नए नंबर और नाम से फिर से आपत्तिजनक संदेश, फोटो और वीडियो भेजना शुरू कर दिया।
विधायक के इनकार करने पर महिला ने झूठी शिकायत दर्ज करने की धमकी दी और कहा कि वह उनके बीच हुई बातचीत और वीडियो को सार्वजनिक कर बदनाम कर देगी। इसके बाद उसने अपना आधार कार्ड और बैंक खाता नंबर भेजते हुए पिता के इलाज के लिए 5 से 10 लाख रुपये ट्रांसफर करने की मांग की। पैसे न मिलने पर महिला ने लगातार धमकियां दीं।
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विधायक पाटिल ने पुलिस को व्हाट्सएप चैट, फोटो और कॉल रिकॉर्डिंग की प्रिंटेड कॉपियां साक्ष्य के तौर पर सौंपी हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आईटी एक्ट 2000 की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से अश्लील सामग्री का प्रसारण या प्रकाशन) और भारतीय दंड संहिता की धारा 384 (जबरन वसूली) के तहत मामला दर्ज किया है।