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पुणे: जिला परिषद के अंतर्गत आने वाले कुल 124 स्कूलों (Schools) में एक भी शिक्षकों की भर्ती (Recruitment of Teachers) नहीं होने की बात पुणे जिला परिषद (Pune Zilla Parishad) के शिक्षा विभाग के जांच में सामने आया है। यानी इन स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं हैं। दूसरी ओर इन स्कूलों में तबादला होकर आने वाले दूसरे स्कूलों के शिक्षकों को उनके स्कूल से अभी तक कार्यमुक्त नहीं किया है। इस कारण इन स्कूलों में पढ़ने वाले कुल एक हजार 890 छात्रों (Students) को शिक्षा से वंचित होने का खतरा मंडरा रहा है।
पुणे जिला परिषद के शिक्षा विभाग की ओर से दी गई जानकारी में भोर तहसील के सबसे अधिक 44 स्कूलों में एक शिक्षक कार्यरत नहीं है। वहीं हवेली, इंदापुर और शिरूर तहसील के प्रति एक-एक स्कूलों का समावेश है। मुलशी तहसील के दासवे के जिला परिषद स्कूल में सबसे अधिक कुल 126 छात्र पढ़ रहे हैं। इतनी ज्यादा में छात्र पढ़ने के बावजूद भी इस स्कूल में एक भी शिक्षक नियुक्त नहीं है।
15 जून को जिले के सभी स्कूल शुरू होंगे। उस दिन सभी छात्रों को निःशुल्क किताबों को वितरण किया जाना हैं, परंतु शिक्षक ही नहीं होने के कारण इसके ओर से इन छात्रों को किताबों का वितरण कोन करेंगा? दूसरी ओर, इन स्कूलों में तबादला हुए अन्य स्कूलों के शिक्षकों को स्कूल की ओर से कार्यमुक्त नहीं करने से इन स्कूलों में नियुक्त नहीं हो पाएंगे। इस कार्यमुक्त को लेकर जिला परिषद के कार्यालय के समक्ष शिक्षकों की ओर से आंदोलन किया जा रहा हैं।
जिले में जीरो शिक्षकों की जिला परिषद के स्कूलों की संख्या में भोर तहसील के 44 स्कूलों में, खेड़ तहसील के 26 स्कूलों में, मुलशी तहसील के 20 स्कूलों में, वेल्हे तहसील के 16 स्कूलों में, मावल के 10 स्कूलों में जुन्नर तहसील के 05 स्कूलों में, हवेली, इंदापुर और शिरुर तहसील में प्रति एक-एक स्कूलों का समावेश है।