5 सितंबर का इतिहास (सौ. डिजाइन फोटो)
नई दिल्ली: भारत के इतिहास में पांच सितंबर की तारीख का एक खास महत्व है। दरअसल इस दिन देश के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था और उन्हीं के सम्मान में इस दिन को ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। पांच सितंबर 1888 को तमिलनाडु में जन्मे डॉ. राधाकृष्णन को भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद् और महान दार्शनिक के तौर पर जाना जाता है। पूरे देश को अपनी विद्वता से अभिभूत करने वाले डॉ। राधाकृष्णन को भारत सरकार ने सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से अलंकृत किया था।
1949 से 1952 तक उन्होंने सोवियत संघ में भारतीय राजदूत के रूप में कार्य किया। 1952 में भारत लौटने पर वे उपराष्ट्रपति चुने गए और 11 मई, 1962 को वे स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के उत्तराधिकारी के रूप में राष्ट्रपति चुने गए। राधाकृष्णन ने पाँच वर्ष बाद राजनीति से संन्यास ले लिया।
1698 : इंग्लैंड में एक प्रतिद्वंद्वी ईस्ट इंडिया कंपनी खोली गई।
1763 : मीर कासिम को राजमहल के निकट उदयनाला में ब्रिटिश फौजों के खिलाफ युद्ध में हार स्वीकार करनी पड़ी।
1888 : सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म। वर्ष 1962 में इस दिन को भारत में ‘शिक्षक दिवस’ के तौर पर मनाने का ऐलान किया गया।
1914 : ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम और रूस के बीच लंदन समझौता।
1986 : आतंकवादियों द्वारा अपह्रत भारतीय विमान के यात्रियों को बचाने के लिए विमान परिचारिका नीरजा भनोट ने अपनी जान दी।
1991 : नेल्सन मंडेला अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गये।
2002 : अफग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई घातक हमले में बाल-बाल बचे।
2009 : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने दस कम्पनियों पर शेयर बाज़ार में कारोबार करने पर प्रतिबंध लगाया।
2011 : भारतीय बैंक संघ और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा तैयार एटीएम के जरिए चेक निर्गम (क्लियर) करने की तकनीकी प्रणाली को अंतिम रूप दिया गया।
2014 : विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अनुमान के मुताबिक, गिनी, लाइबेरिया, नाइजीरिया, सेनेगल और सिएरा लियोन में इबोला वायरस से संक्रमित 3500 लोगों में से 1900 लोगों की मौत।
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2022 : चीन के सिचुआन में 6.8 तीव्रता के भूकंप के कारण कम से कम 93 लोगों की मौत हुई और 25 लोग लापता हुए।
2024: आंद्री सिबिहा यूक्रेन के नये विदेश मंत्री बने।
भाषा एजेंसी के अनुसार