हवेली में चुनाव तैयारियां तेज (pic credit; social media)
Maharashtra News: जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव की घोषणा भले ही औपचारिक रूप से न हुई हो, लेकिन हवेली तहसील में राजनीतिक सरगर्मी चरम पर पहुंच चुकी है। उम्मीदवारों ने आरक्षण की घोषणा का इंतजार किए बिना ही गांव-गांव जाकर अपनी दावेदारी मजबूत करना शुरू कर दिया है।
हवेली तहसील में 6 जिला परिषद ग्रुप और 12 पंचायत समिति के गण तय हो चुके हैं। ऐसे में कई इच्छुक उम्मीदवार गांवों में सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। गणेशोत्सव के माहौल में उम्मीदवारों ने अवसर का लाभ उठाया है। वे गणेश मंडलों से मुलाकात कर रहे हैं, आरती में शामिल हो रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
राजनीतिक रणनीति के तहत उम्मीदवार महिला, पुरुष और अन्य आरक्षण श्रेणियों के तहत नाम आने की संभावना को ध्यान में रखकर हर स्थिति के लिए तैयार रहना चाहते हैं। आरक्षण के बाद कौन-सा गण किस वर्ग को मिलेगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।
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इस बीच, टिकट न मिलने की आशंका को देखते हुए कुछ उम्मीदवारों ने अपक्ष (निर्दलीय) रूप से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। मतदाताओं का ध्यान आकर्षित करने के लिए ये उम्मीदवार विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं और जनसंपर्क बढ़ाने में जुटे हैं।
हवेली तहसील के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस बार गठबंधन की तस्वीर दिलचस्प हो सकती है। एक तरफ संभावना जताई जा रही है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट), शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), कांग्रेस और मनसे एक साथ आ सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ, भाजपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजीत पवार गुट) और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच तालमेल की संभावना पर भी चर्चाएं तेज हैं।
स्थानीय स्तर पर जनता की नजरें अब आरक्षण की घोषणा पर टिकी हुई हैं। जैसे ही आरक्षण स्पष्ट होगा, चुनावी समीकरण भी बदल सकते हैं। लेकिन इससे पहले ही उम्मीदवारों की चहल-पहल ने हवेली में चुनावी माहौल को गरमा दिया है।