भंडारा जिलाधिकारी व शरद पवार गुट के नेता (फोटो नवभारत)
Bhandara News In Hindi:भंडारा जिले में ‘घरकुल’ योजना के नाम पर बड़े पैमाने पर रेत घोटाला सामने आया है। इस घोटाले में अपात्र लोगों के नाम पर रेत की रॉयल्टी जारी कर उसकी अवैध बिक्री का आरोप लगाया गया है। इस मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) के जिलाध्यक्ष चरण वाघमारे ने जिलाधिकारी से मिलकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
मोहाड़ी तहसील के वरठी निवासी अश्विन मधुकर शेंडे ने भंडारा जिलाधिकारी को सौंपे गए शिकायत पत्र में इस पूरे मामले का खुलासा किया। शेंडे का आरोप है कि उन्हें घरकुल योजना के लाभार्थियों की सूची में शामिल किया गया, जबकि वे खुद इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं। इतना ही नहीं, उनके नाम पर रेत की रॉयल्टी भी जनरेट की गई और उस रेत की अवैध बिक्री कर दी गई।
शेंडे ने इस मामले की शिकायत तहसीलदार और जिलाधिकारी से की थी, जिसके बाद केवल एक ट्रक चालक और एक अस्थायी महिला कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि इस घोटाले में बड़े अधिकारी भी शामिल हैं, जिन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है।
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शेंडे ने सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मिली जानकारी का हवाला देते हुए बताया कि पंचायत समिति और राजस्व विभाग की सूचियों में भारी अंतर है। उन्होंने कहा कि लगभग 25 से 30 ऐसे लोगों के नाम लाभार्थियों की सूची में शामिल किए गए हैं, जो वास्तव में पात्र नहीं हैं। इनके नाम पर लाखों रुपये की रेत की अवैध बिक्री कर सरकार को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया है।
अश्विन शेंडे और चरण वाघमारे ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जिले की सभी सात तहसीलों के घरकुल लाभार्थियों की सूची और उनके नाम पर जारी रेत की रॉयल्टी का विवरण सार्वजनिक किया जाए। उन्होंने कहा कि इससे इस बड़े घोटाले का पर्दाफाश हो सकेगा और दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकेगी।