फिनटेक क्षेत्र की मदद के लिए नीतिगत स्तर पर सभी कदम उठा रही सरकार (सौजन्य : सोशल मीडिया)
मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार ने मुंबई में ‘जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर’ में ‘ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024′ को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में त्योहारों का मौसम है, अर्थव्यवस्था तथा बाजारों में भी उल्लास है। उन्होंने कहा कि फिनटेक क्षेत्र में पिछले 10 वर्षों में 31 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश किया गया, फिनटेक स्टार्टअप में 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024′ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 27 लाख करोड़ रुपये से अधिक के ऋण वितरित किए गए, यह दुनिया की सबसे बड़ी लघु वित्त योजना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फिनटेक क्षेत्र ने वित्तीय सेवाओं को लोकतांत्रिक बनाने, ऋण तक पहुंच को आसान तथा समावेशी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वित्तीय प्रौद्योगिकी ने गांवों तथा शहरों के बीच की खाई को पाटने में मदद की है।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi says, “I also understand your concerns related to misuse of AI. That is why India has also called for creating a global framework for the ethical use of AI. The government is making every necessary change at the policy level to help the… pic.twitter.com/KcpvAUbFuO
— ANI (@ANI) August 30, 2024
ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा कि सरकार फिनटेक क्षेत्र की मदद के लिए नीतिगत स्तर पर सभी कदम उठा रही है और ‘एंजल टैक्स’ को भी समाप्त कर दिया गया है। मेरी नियामकों से कुछ अपेक्षाएं हैं..हमें साइबर धोखाधड़ी रोकने तथा डिजिटल समझ बढ़ाने के लिए बड़े कदम उठाने की जरूरत है। मुझे हमारे वित्तीय प्रौद्योगिकी परिदृश्य पर भरोसा है कि यह भारतीयों को गुणवत्तापूर्ण जीवन प्रदान करेगा।
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उन्होंने कहा कि भारत में त्योहारों का मौसम है, अर्थव्यवस्था तथा बाजारों में भी उत्सव का माहौल है। उनका स्पष्ट इशारा मजबूत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि तथा पूंजी बाजार के नई ऊंचाइयों पर पहुंचने की ओर था। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने 31 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश आकर्षित किया है और ‘फिनटेक’ स्टार्टअप में 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मोदी ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को बताया कि ‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना’ के तहत 27 लाख करोड़ रुपये से अधिक के ऋण वितरित किए गए हैं। ‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना’ विश्व की सबसे बड़ी लघु वित्त योजना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीयों द्वारा वित्तीय प्रौद्योगिकी को जितनी तेजी से तथा जिस व्यापक स्तर पर अपनाया गया है…दुनिया में कहीं ऐसा देखने को नहीं मिला।
मोदी ने कहा कि भारत में वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र द्वारा लाया गया बदलाव केवल प्रौद्योगिकी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका सामाजिक प्रभाव दूरगामी है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वित्तीय प्रौद्योगिकी ने समानांतर अर्थव्यवस्था को चोट दी और यह वित्तीय सेवाओं के मोर्चे पर गांवों तथा शहरों के बीच की खाई को पाट रहा है।