कृष्णा खोपड़े और मोहन मते (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Nagpur News: नागपुर सुधार प्रन्यास के ट्रस्टी के रूप में भाजपा विधायक कृष्णा खोपड़े की नियुक्ति की गई थी। उसके बाद अब विधानमंडल सचिवालय के 25 अगस्त को जारी एक पत्र ने हड़कंप मचा दिया। इस पत्र में दक्षिण नागपुर से भाजपा विधायक मोहन मते की बतौर एनआईटी ट्रस्टी नियुक्ति का आदेश है।
महाराष्ट्र विधानमंडल सचिवालय के अवर सचिव देवडवार द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में उल्लेख है कि विधानसभा अध्यक्ष ने एनआईटी में विधानसभा के प्रतिनिधि के रूप में मोहन मते को नामनिर्देशित किया है। यह पत्र एनआईटी को प्राप्त हुआ है जिससे अधिकारी भी असमंजस में पड़ गई हैं। करीब 4 महीने पूर्व कृष्णा खोपड़े की नियुक्ति की गई थी और उन्होंने कई बैठकें भी ली हैं।
नियम यह है कि विधायक कोटे से एनआईटी में एक ही ट्रस्टी हो सकता है। मते की नियुक्ति की खबर फैलते ही उनके समर्थकों में हर्ष की लहर है तो खोपड़े समर्थकों में संभ्रम पैदा हो गया है। नियम से देखें तो किसी एक को ही यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। किसकी नियुक्ति रद्द की जाएगी, यह देखने वाली बात होगी। एक की नियुक्ति के बाद दूसरे की नियुक्ति का पत्र कैसे जारी किया गया? यह आश्चर्यजनक माना जा रहा है। क्या गफलत हुई या फिर इसके पीछे भी कुछ चल रहा है, इस पर कयास लगने शुरू हो गए हैं।
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नागपुर के अजनी थाना क्षेत्र में चोरों ने एक घर में सेंध लगाकर नकद और जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। पुलिस ने काशीनगर, शताब्दी चौक निवासी शशांक शैलेंद्र सिंह चौहान (32) की शिकायत पर मामला दर्ज किया। विगत 6 सितंबर को शशांक अपने घर पर ताला लगाकर परिवार के साथ शहर से बाहर गए थे। इसी बीच चोरों ने ताला तोड़कर भीतर प्रवेश किया। अलमारी से 20,000 रुपये और 32 ग्राम सोने के जेवरात सहित 1.48 लाख रुपये का माल चोरी कर लिया। घर लौटने पर शशांक को चोरी का पता चला और पुलिस से शिकायत की।