खसरा-रूबेला के लिए टीकाकरण (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Nagpur News: महाराष्ट्र के कुछ जिलों में खसरा-रूबेला संक्रमण बढ़ने की सूचना उजागर हो रही है जिसके चलते 15 से 30 सितंबर 2025 के बीच खसरा-रूबेला निवारक टीकाकरण अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। महानगरपालिका नागपुर शहर में इस संभावित खतरे को रोकने के लिए कदम उठा रही है। बच्चों में इस बीमारी के संक्रमण को रोकने के लिए विशेष रूप से आवासीय आश्रम विद्यालयों और आवासीय मदरसों में टीकाकरण अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया।
शुक्रवार को अतिरिक्त आयुक्त वसुमना पंत की अध्यक्षता में इसे लेकर मनपा मुख्यालय में टास्क फोर्स समिति की बैठक हुई जिसमें अभियान के दौरान मदरसों को सहयोग करने की अपील की गई है। डॉ. दीपक सेलोकर, अतिरिक्त चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र बहिरवार, मातृ एवं शिशु कल्याण अधिकारी डॉ. सरला लाड, डब्ल्यूटीओ के चिकित्सा अधिकारी डॉ. मोहम्मद साजिद, डॉ. गोवर्धन नवखरे, भारती मानकर, डॉ. सुनील कांबले, डॉ. शीतल वंदिले, डॉ. सुलभा शेंडे , डॉ. वर्षा देवस्थले, डॉ. ख्वाजा मोइनुद्दीन, डॉ. विजयकुमार तिवारी, डॉ. दीपांकर भिवगड़े, डॉ. अतीक खान, डॉ. अश्विनी निकम आदि उपस्थित थे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के चिकित्सा अधिकारी डॉ. मोहम्मद साजिद ने खसरा-रूबेला बीमारी के बारे में जानकारी दी। राज्य के बीड़ और नाशिक जिलों में इस बीमारी का प्रकोप हुआ था और कुछ मौतें भी हुई थीं। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए टीकाकरण अभियान महत्वपूर्ण है।
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उन्होंने कहा कि चूंकि आवासीय विद्यालयों में बच्चों को इस बीमारी का खतरा अधिक होता है, इसलिए उन्हें निवारक टीकाकरण देना आवश्यक है। नागपुर शहरी क्षेत्र में कोई आवासीय आश्रम स्कूल नहीं है लेकिन शहर में 20 से अधिक आवासीय मदरसे हैं। इन मदरसों में 819 छात्र पढ़ते हैं।
अतिरिक्त आयुक्त ने बैठक में इन सभी का टीकाकरण करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके अलावा यह टीकाकरण अभियान ग्रामीण क्षेत्रों के आवासीय आश्रम स्कूलों में भी लागू किया जाएगा। 15 से 30 सितंबर 2025 के बीच चलाए जाने वाले टीकाकरण अभियान के लिए एक विशेष चिकित्सा दल का गठन किया जाएगा। इस दल में क्षेत्र के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के डॉक्टर, नर्स, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और शिक्षक शामिल होने की जानकारी चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर ने दी।