मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री डी डी लापांग, फोटो- सोशल मीडिया
D. D. Lapang Passed Away: मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री डी डी लापांग का निधन हो गया है। एआईसीसी सचिव और छत्तीसगढ़ कांग्रेस सह-प्रभारी जरिता लैतफलांग ने कहा, ‘मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. डी. डी. लपांग के निधन से हम सभी के हृदय में गहरा शोक छाया हुआ है। हमारे राज्य के इतिहास में एक महान व्यक्तित्व, वे एक नेता से कहीं बढ़कर थे।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘वे कांग्रेस परिवार के अनगिनत सदस्यों के लिए एक मार्गदर्शक, एक प्रकाशपुंज और एक पितातुल्य उपस्थिति थे। मेघालय के लोगों के प्रति उनकी बुद्धिमत्ता, दृढ़ समर्पण और गहरी प्रतिबद्धता ने एक ऐसी विरासत बुनी जो हमारे राज्य के राजनीतिक और सामाजिक ताने-बाने में सदैव गूंजती रहेगी। भारी मन से, मैं उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं। उनकी आत्मा को शांति मिले, और उनकी चिरस्थायी विरासत हम सभी का मार्गदर्शन करती रहें।’
IndiGo Airlines consistently exhibits a lack of empathy and professionalism in its customer interactions. At Terminal 1’s@IndiGo6E Fast Forward counter, staff members Priyanka and Abhishek, along with Manager Deepanshu, displayed discourteous and unaccommodating behavior.…
— Szarita Laitphlang,ज़रिता लैतफलांग (@szarita) September 13, 2025
डी. डी. लापांग ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1972 में की, जब वे मेघालय के नोंगपोह से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा सदस्य चुने गए। यह वह समय था जब राज्य की राजनीति में उन्होंने अपने प्रभाव की शुरुआत की और धीरे-धीरे एक मजबूत राजनीतिक चेहरा बनकर उभरे।
राजनीतिक अनुभव और संगठनात्मक समझ के चलते, लापांग 1992 में राज्य की बागडोर संभालने के लिए चुने गए। वे 1992 से फरवरी 1993 तक मेघालय के मुख्यमंत्री रहे। हालांकि यह कार्यकाल लंबा नहीं था, लेकिन इससे उनकी नेतृत्व क्षमता का प्रमाण मिला और वे राज्य की राजनीति में एक अहम चेहरा बन गए।
4 मार्च 2003 को लापांग ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह कार्यकाल गठबंधन सरकार पर आधारित था। हालांकि गठबंधन सहयोगियों के बीच बढ़ते असंतोष के चलते उन्हें 15 जून 2006 को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
Deeply saddened by the passing of Dr. D. D. Lapang, former CM of Meghalaya. A mentor & father figure to many of us in Congress, his guidance & legacy will always inspire. My heartfelt condolences to his family. May his soul rest in peace.
— Vincent H Pala (@vincentpala) September 12, 2025
मार्च 2007 में लापांग ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद संभाला। इसके तुरंत बाद मार्च 2008 में राज्य में विधानसभा चुनाव हुए, जिनमें उनकी पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिलीं, कुल 28 सीटें। हालांकि यह बहुमत से कम था, फिर भी लापांग ने 10 मार्च 2008 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। लेकिन पर्याप्त समर्थन न होने के कारण उन्हें केवल 9 दिन बाद, 19 मार्च को इस्तीफा देना पड़ा।
राज्य में दो महीने तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा। इसके बाद 13 मई 2009 को डी. डी. लापांग चौथी बार मुख्यमंत्री बने। यह उनका अंतिम कार्यकाल साबित हुआ, जो 19 अप्रैल 2010 तक चला। इसके बाद उन्होंने अंतिम बार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और सक्रिय राजनीति से धीरे-धीरे दूरी बना ली।
यह भी पढ़ें: हिंसा के बाद पहली बार मणिपुर में कदम रखेंगे प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस ने दागे सवाल
डी. डी. लापांग का निधन आज यानी 12 सितंबर 2025 को हुआ। वे 91 साल के थे। उनके निधन से मेघालय ने एक अनुभवी, संयमी और संघर्षशील राजनेता को खो दिया। वे चार बार मुख्यमंत्री बनने वाले चुनिंदा नेताओं में शामिल रहे।