नागपुर कमिश्नर रविन्द्र कुमार सिंगल (सोर्स: सोशल मीडिया)
नागपुर: पुलिस कमिश्नर रवींद्रकुमार सिंगल सहित आला पुलिस अधिकारियों के नाम पर फेसबुक में फर्जी अकाउंट बनाकर धोखाधड़ी करने वाली राजस्थान की गैंग का साइबर पुलिस ने पर्दाफाश किया। सीपी ने बताया कि इस मामले में एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया, जबकि 3 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। पकड़े गए आरोपियों में कोटा खुर्द निवासी रकमुद्दीन खान शफी खान, शाकीर खान कासम खान और इन्नस खान निजरदीन खान का समावेश है।
पुलिस ने बताया कि इसी वर्ष फरवरी में आरोपियों ने सीपी सिंगल के नाम पर एफबी पर फर्जी अकाउंट बनाया। इस अकाउंट के जरिए कई लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गईं। इसमें से एक शहर मोहम्मद यासीर बशीर भी थे। यासीर को एफबी मैसेंजर पर सीपी के नाम से मैसेज भेजे गए। बाद में बताया कि सीआईएसएफ में कार्यरत अधिकारी उनके दोस्त हैं और उनका तबादला होने वाला है। इस वजह से घर का फर्नीचर आदि सामान बेचना है।
यह भी पढ़ें:– चुनाव चिह्न पर फैसला करे निर्वाचन आयोग, जय विदर्भ पार्टी की याचिका पर हाई कोर्ट ने दिया आदेश
सामान बेचने के नाम पर यासीर से अलग-अलग बैंक खातों में 85,000 रुपए ट्रांसफर करवाए गए लेकिन बाद में किसी प्रकार का संपर्क नहीं हो पाया। यासीर ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। साइबर पुलिस स्टेशन ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आरंभ की। पुलिस ने फर्जी आईडी की जांच शुरू की।
तकनीकी जांच की मदद से राजस्थान के कोटा खुर्द का लोकेशन मिला। पुलिस लोकेशन पर पहुंची तो 17 वर्षीय नाबालिग द्वारा फर्जी आईडी बनाए जाने का पता चला। उससे पूछताछ के दौरान अन्य 3 नाम सामने आए और उन्हें गिरफ्तार किया गया। तीनों आरोपियों ने नाबालिग सहित कई युवाओं को इसी काम के लिए रखा था। नाबालिग को एक फर्जी आईडी बनाने के लिए 2,000 रुपए मिलते थे।
यह भी पढ़ें:– शिवडी में MNS के बाला नांदगांवकर का समर्थन करेगी महायुति, जानिए उम्मीदवार नहीं उतारने की असली वजह
जांच में पता चला कि आरोपियों ने सिंगल के अलावा आईपीएस अधिकारी चिन्मय पंडित सहित 5 अधिकारियों की फर्जी आईडी बनाई थी। इस काम के लिए आरोपियों ने आसाम और बंगाल से सिमकार्ड खरीदे थे। इन नंबरों का उपयोग कर आईडी बनाई जाती थी। पुलिस ने आरोपियों से 4 मोबाइल फोन और अन्य वस्तुएं जब्त की हैं। तीनों से पुलिस हिरासत में जानकारी ली जा रही है।