अक्षय वाडकर (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Duleep Trophy Semi-Final: विदर्भ के क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह अच्छी खबर है कि रणजी कप्तान व विकेटकीपर बल्लेबाज अक्षय वाडकर का चयन दलीप ट्रॉफी के लिए हो गया है। वे बुधवार को सुबह सेंट्रल जोन की टीम के साथ जुड़ जाएंगे और दोपहर 12 बजे से प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा लेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि सेमीफाइनल के मुकाबले में अंतिम 11 में उन्हें स्थान भी मिल सकेगा।
विदर्भ को पिछले सत्र में रणजी चैम्पियन बनाने वाले कप्तान अक्षय वाडकर का दलीप ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले के लिए चयन न होना विदर्भ के क्रिकेट प्रेमियों के लिए आश्चर्यजनक था। दलीप ट्रॉफी में इस बार सेंट्रल जोन टीम की कमान विकेटकीपर ध्रुव जुरैल को सौंपी गई थी। उनके साथ आर्यन जुयल को दूसरे विकेटकीपर के रूप में स्थान मिला था लेकिन मुकाबले से पूर्व जुरैल के चोटिल होने और मुकाबले के दौरान जुयल को डेंगू होने के चलते दोनों ही विकेटकीपर को टीम से बाहर होना पड़ा है। ऐसे में टीम मैनेजमेंट के सामने विदर्भ के कप्तान अक्षय वाडकर से बेहतर ऑप्शन कोई नहीं था।
दलीप ट्रॉफी टीम चयन से पूर्व ‘नवभारत’ ने 30 जुलाई को विदर्भ के खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर एनालिसिस रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें विदर्भ के 5 खिलाड़ियों सहित कोच उस्मान गनी को टीम में शामिल करने का अनुमान जताया था। टीम घोषणा के समय इनमें से 4 खिलाड़ी यश राठौड़, हर्ष दुबे, दानिश मालेवार, आदित्य ठाकरे और उस्मान गनी को मुख्य कोच की जिम्मेदारी सौंपी गई। यश ठाकुर को स्टैंड बाय के रूप में जगह मिली। तब कप्तान अक्षय वाडकर की जगह ध्रुव जुरैल को मौका दिया गया लेकिन उनके टीम से हटने के बाद अक्षय ही दलीप ट्रॉफी के लिए सबसे बेहतर च्वाइस बनकर सामने आए।
विदर्भ के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज अक्षय वाडकर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा है। 2017-18 में रणजी ट्रॉफी फाइनल में दिल्ली के खिलाफ वाडकर ने 133 रन की नाबाद पारी खेली थी। यह उनकी प्रथम श्रेणी करिअर की पहली शतकीय पारी थी जिसने विदर्भ को पहली बार रणजी चैम्पियन बनाने की नींव रखी। लगभग 49 की औसत और निरंतरता के साथ वाडकर आज विदर्भ टीम की रीढ़ माने जाते हैं। उनके बल्ले की स्थिरता और विकेटकीपिंग की फुर्ती ने उन्हें घरेलू क्रिकेट में एक विश्वसनीय खिलाड़ी बना दिया है।
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सेंट्रल जोन टीम ने 28 से 31 अगस्त तक खेले गए दलीप ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में विदर्भ के चयनित चारों खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। मुकाबले में टॉप ऑर्डर बल्लेबाज दानिश मालेवार ने सर्वाधिक 218 (203 और 15) रन बनाकर मैन ऑफ द मैच का खिताब जीता, जबकि साथी बल्लेबाज यश राठौड़ ने 87* और 78 रन की पारी खेलकर सभी का ध्यान खींचा। स्पिन गेंदबाज हर्ष दुबे ने सबसे किफायती बॉलिंग कर 4 सफलताएं हासिल कीं। वहीं मीडियम पेसर आदित्य ठाकरे ने भी 5 विकेट हासिल कर विदर्भ का लोहा मनवाया।