MBMC में पानी संकट (pic credit; social media)
Water Crisis in MBMC: मीरा-भाईंदर के कई इलाकों में लगातार बिगड़ती जलापूर्ति व्यवस्था ने नागरिकों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। कई वाडों में पानी 60 से 70 घंटे तक बंद रहने से लोग पीने और घरेलू कामकाज के लिए टैंकर और बोतलबंद पानी पर निर्भर हो गए हैं। नागरिकों का कहना है कि यह स्थिति अब असहनीय हो चुकी है और उनकी दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित हो रही है।
पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष और स्थायी समिति के पूर्व सभापति एड. रवि व्यास ने इस गंभीर मुद्दे पर मनपा आयुक्त राधाबिनोद शर्मा को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि प्रत्येक सप्ताह विभिन्न क्षेत्रों में जलापूर्ति या तो देर से होती है या बिल्कुल बंद रहती है। यह समस्या एमआईडीसी, एसटीईएम और एमबीएमसी जल विभागों के बीच समन्वय की कमी को दर्शाती है।
एड. व्यास ने बताया कि नागरिक सड़क की गड्ढा और भ्रष्टाचार को सह सकते हैं, लेकिन पानी के बिना जीवन असंभव है। उन्होंने मांग की है कि संबंधित विभागों के अधिकारियों की एक संयुक्त आपात बैठक बुलाई जाए। इस बैठक में स्थानीय विधायक और राज्य सरकार के संबंधित मंत्री भी शामिल हों ताकि अधिक एमएलडी जलापूर्ति के लिए आवश्यक मंजूरी और सहायता प्राप्त की जा सके।
जिले में जलापूर्ति के लगातार बंद रहने के कारण नागरिकों में गुस्सा और असंतोष बढ़ रहा है। लोग अपने दैनिक कार्यों के लिए निजी टैंकरों और बोतलबंद पानी पर निर्भर हो रहे हैं। कई परिवारों ने बताया कि स्कूल, दफ्तर और घरेलू कामकाज में लगातार रुकावट हो रही है।
एड. रवि व्यास का कहना है कि MBMC जल विभाग अक्सर ‘शटडाउन’ या ‘मरम्मत कार्य’ का हवाला देकर जिम्मेदारी से बचता रहा है। लेकिन अब नागरिकों का धैर्य टूटने लगा है। स्थायी समाधान के बिना यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है।
नगरपालिका अधिकारियों ने कहा है कि जलापूर्ति में सुधार के लिए तत्काल योजना बनाई जा रही है। हालांकि, नागरिक अब इंतजार नहीं कर सकते और चाहते हैं कि जिम्मेदार अधिकारी तुरंत ठोस कदम उठाएँ।