
'दलालों' ने शिवसेना (उबाठा) से नेताओं और कार्यकर्ताओं को बाहर कर दिया (सौजन्यः सोशल मीडिया)
मुंबई: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता गिरीश महाजन ने शिवसेना (उबाठा) के सांसद संजय राउत को ‘दलाल’ और उद्धव ठाकरे का राजनीतिक दुश्मन करार देते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि वह (राउत) पार्टी संगठन को कमजोर कर रहे हैं। महाजन की इस टिप्पणी को राउत के आरोपों का जवाब माना जा रहा है। राउत ने कहा था कि जब भाजपा राज्य में सत्ता से बाहर होगी तो महाजन उसे छोड़ने वाले पहले नेता होंगे। महाजन को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का करीबी माना जाता है।
महाराष्ट्र सरकार में जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे को अपनी पार्टी को बर्बाद करने के लिए किसी राजनीतिक दुश्मन की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस काम के लिए संजय राउत ही काफी हैं।” उत्तर महाराष्ट्र से भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि राउत जैसे ‘दलालों’ ने शिवसेना (उबाठा) से नेताओं और जमीनी कार्यकर्ताओं को बाहर कर दिया है। महाजन ने कहा, ‘‘जिस तरह से राउत ने उद्धव ठाकरे को शरद पवार और कांग्रेस के करीब पहुंचाया, उससे उन्होंने अपनी ही पार्टी को सबसे ज्यादा नुकसान किया है।”
उन्होंने कहा कि यदि ठाकरे, राउत पर लगाम लगाने में विफल रहे तो शिवसेना (उबाठा) टूट जाएगी। जून 2022 में पार्टी के दिग्गज नेता एकनाथ शिंदे और कई विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद शिवसेना विभाजित हो गई थी। संजय राउत के आरोपों के जवाब में महाजन ने कहा, ‘‘लेकिन मैं कभी भी वह नहीं करूंगा जो राउत ने अपनी पार्टी के साथ किया। मैं ऐसा कोई काम नहीं करूंगा जिससे संगठन को नुकसान पहुंचे। मैं भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हूं। मैं 20 साल तक विपक्ष में रहा। हालांकि मुझे कई बार (पाला बदलने के लिए) प्रस्ताव मिले, लेकिन मैंने कभी अपनी पार्टी नहीं छोड़ी।”
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को धारावी पुनर्वास के बारे में सारी जानकारी है, कोई भी अवैध काम नहीं किया जाएगा। अगर जगह की कमी है, तो सरकार उसे मुहैया कराएगी। धारावी पुनर्वास के लिए उद्धव ठाकरे ने कुछ नहीं किया। अब विपक्ष आलोचना कर रहा है, ऐसा गिरीश महाजन ने उन पर निशाना साधते हुए कहा। यह भी ठीक नहीं है कि लड़की बहन योजना से पैसे लेने वाली 2600 सरकारी महिलाओं का मामला सामने आया है। महाजन ने साफ संकेत दिया कि वे पैसे वापस करने वाली महिलाओं पर नहीं बल्कि पैसे वापस न करने वाली महिलाओं पर कोई फैसला ले सकते हैं।
इस बीच, शिवसेना को खत्म करने के लिए नहीं बनाया गया था। अब तक कई लोग इस पार्टी में शामिल हुए और इसे छोड़ गए। उन्होंने शिवसेना को खत्म करने की बात कही है। अमित शाह ने भी शिवसेना को खत्म करने के लिए लड़ाई लड़ी है। आपको शर्म आनी चाहिए कि आप आज शिवसेना को खत्म करने की बालासाहेब ठाकरे की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। आप राजनीति में कौन हैं? आपकी 10 पीढ़ियाँ भी आ जाएँ तो भी शिवसेना खत्म नहीं होगी। नाचना राजनीति नहीं है, ऐसा संजय राउत ने कहा।






